-बंदरों को पकड़वाने के लिए एसडीएम से की गुहार

नवाबगंज : नवाबगंज कस्बे के साथ ही आसपास के गांवों में बंदरों का आतंक बढ़ता जा रहा है। बंदर आबादी वाले क्षेत्र में धमाचौकड़ी मचाते हैं। वहीं ग्रामीण क्षेत्र में खड़ी फसल को बर्बाद कर रहे हैं। क्षेत्र के गांव गरगइया के लोगों ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर बंदरों को पकड़वाने की गुहार लगाई है।

घर का सामान उठा ले जा रहे हैं बंदर

नवाबगंज नगर के साथ ही क्षेत्र के लगभग हर गांव में बंदरों की संख्या दिनों-दिन बढ़ता जा रहा है। मौका मिलते ही बंदर घरों में घुसकर कपड़े व खाने की चीजों को उठाकर ले जा रहे हैं। बंदरों को भगाने पर हमलावर हो जाते हैं, जिससे आए दिन ग्रामीण इनका शिकार हो रहे हैं। गरगइया के लोगों ने बताया कि हबीब की मां वहीदन पर बंदरों ने हमला किया था, जिसके बाद उनकी मौत हो गई। इसके साथ ही यहां की कुसुमा, निहाल, माया , मो। फैज और ईधजागीर के राम स्वरूप पर हमला कर दिया था जिसमें वह छत से नीचे गिरकर बुरी तरह से जख्मी हो गए थे। इसके अतिरिक्त हाफिजगंज में भी सपा नेता मुस्ताक अहमद की सास बतूलन अपनी छत पर गेहूं सुखा रही थी। इसी दौरान आए बंदरों को भगाने का प्रयास किया तो बंदर हमलावर हो गए जिसमें बतूलन छत से नीचे गिर गई और उनकी मौत हो गई। ग्रामीणों ने ट्यूजडे को एसडीएम को ज्ञापन देकर बंदरों का पकड़वाने की गुहार लगाई है।