समय पर पहुंचा मानसून
भारत मौसम विज्ञान विभाग के रांची केंद्र के डायरेक्टर जीके मोहंती ने बताया कि झारखंड में मॉनसून पहुंचने की नार्मल डेट 10 जून है। 10 जून को ही इसने रांची में दस्तक दी है। फिलहाल बंगाल की खाड़ी में एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना हुआ है। यह वायुमंडल के निचले लेवल पर है। इसके एफेक्ट से रांची में बारिश हुई है। अगले 48 घंटे के दौरान झारखंड के दक्षिण-पश्चिमी हिस्से में मानसून अपने रंग में आ जाएगा।

होती है 250.9 मिमी बारिश
उन्होंने बताया कि झारखंड और रांची में मॉनसून सीजन जून से सितंबर तक चलता है। इस मॉनसून सीजन में जहां रांची में 250.9 मिमी एवरेज बारिश रिकार्ड होती है, वहीं झारखंड में मॉनसून पीरियड में यह 1084.4 मिमी होती है। मॉनसून में सबसे अधिक बारिश जुलाई के महीने में होती है। जुलाई में सिटी में 341.9 मिमी बारिश होती है।

2.6 मिमी बारिश
ट्यूज्डे को रांची में 24 घंटे के दौरान 2.6 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। इस दिन सिटी का मैक्सिमम टेंप्रेचर 30.5 डिग्री सेल्सियस और मिनिमम टेंप्रेचर 23.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। मेट्रोलॉजिस्ट्स के अनुसार 15 जून तक सिटी में मैक्सिम टेंप्रेचर 32 और मिनिमम 22 डिग्री सेल्सियस रहने की उम्मीद है। फॉरकास्ट के अनुसार अगले 48 घंटों में आसमान में हल्के बादल छाए रहेंगे और गरज के साथ बारिश होगी।

19 जून 2011 के नाम है रिकॉर्ड
भारत मौसम विज्ञान विभाग की वेबसाइट के अनुसार रांची में अब तक 24 घंटे में हुई बारिश का रिकॉर्ड 19 जून 2011 के नाम है। इस दिन 24 घंटे में रांची में 161.9 मिमी बारिश रिकार्ड की गई थी। वहीं जून में 2011 में पूरे महीने के दौरान 588 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई थी। जून में औसतन महीने में 11.1 दिन बारिश होती है।