- कई विभाग के अधिकारियों ने गाड़ी देने में कर रहे हैं आनाकानी

- प्रशासन ने चुनाव के लिए विभागों से की 150 गाडि़यों की डिमांड

Meerut : जिले में होने वाले ग्राम प्रधान व ग्राम पंचायत सदस्य पद चुनाव के लिए कई सरकारी विभागों ने गाडि़यां देने से हाथ खडे़ कर दिए हैं। इतना ही नहीं वह गाड़ी देने की बजाय हास्यास्पद जवाब भी दे रहे हैं। गाड़ी देने में आनाकानी करने वाले ऐसे विभागों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की तैयारी है।

विभागों ने खड़े किए हाथ

जिले में चार चरणों में ग्राम प्रधान व ग्राम पंचायत चुनाव होना है। इसके लिए 28 नवंबर, 1, 5 व 9 दिसंबर की डेट तय की गई है। जिला पंचायत सदस्य एवं क्षेत्र पंचायत सदस्य चुनाव के लिए कई विभागों से सरकारी गाडि़यां ली गई थीं। ग्राम प्रधान व ग्राम पंचायत सदस्य चुनाव के लिए भी अधिकांशत उन्हीं विभागों से गाडि़यां देने के लिए जिला प्रशासन ने आदेश जारी किया है। दोबारा पंचायत चुनाव के लिए गाडि़यां देने से कई विभागों ने हाथ खड़े कर दिए हैं।

मांगी 150 गाड़ी

कई विभागों के अधिकारियों ने यह तक जवाब दिया है कि जो गाड़ी पिछले चुनाव के लिए दी गई थी वह प्राइवेट थी। अब उनके पास कोई गाड़ी उपलब्ध नहीं है। चुनाव के लिए कुल 150 गाडि़यां मांगी थी। इनमें से 25 अभी तक नहीं मिली है। सीएमओ को चार, सचिव एमएडीए को पांच, संयुक्त कृषि निदेशक, नगर निगम, पंजाब नेशनल बैंक निकट एलआईसी, आवास विकास निर्माण खंड आठ, क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी व जल निगम को एक-एक गाड़ी उपलब्ध करानी थी, लेकिन अभी तक किसी ने भी गाड़ी उपलब्ध नहीं करायी है। जिला प्रशासन ने इन सभी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की तैयारी कर ली है।