-खगास चंद्र ग्रहण आठ अक्टूबर को, पूर्वाचल में नहीं दिखायी देगा
VARANASI: चंद्रमा के लिए आठ अक्टूबर का दिन ठीक नहीं है। इस दिन चंद्रमा ग्रहण का संकट झेलेगा। चांद संकट में होगा तो इसका असर लोगों पर भी पड़ेगा। जी हां, आठ अक्टूबर को खग्रास चंद्र ग्रहण लग रहा है। पूर्वोतर व पश्चिम भारत में यह चंद्रग्रहण दिखायी देगा लेकिन पूर्वाचल में नहीं दिखायी देगा। ज्योतिषविद् पं। विमल जैन बताते हैं कि यह ग्रहण रेवती नक्षत्र पर और मीन राशि पर लगेगा। ग्रहण आठ अक्टूबर बुधवार को शाम भ्.फ्म् बजे से शुरू होगा और मोक्ष म्.0भ् बजे पर होगा।
आठ घंटे पहले सूतक काल
शास्त्रीय ग्रंथों में ग्रहण काल के आठ घंटे पूर्व सूतक काल की मान्यता बतायी गयी है। इस काल में किसी भी तरह का मांगलिक कार्य आदि प्रतिबंधित किया गया है। कर्मकांडी पं। मृत्युंजय चतुर्वेदी बताते हैं कि अलग अलग पंचागों में इसको लेकर मतभेद भी है। लेकिन अधिकतर पंचाग म्.0भ् बजे शाम को ही ग्रहण का मोक्ष काल मान रहे हैं। उन्होंने बताया कि ग्रहण को देखना गर्भवती महिला, रोगी आदि के लिए प्रतिबंधित है। इस काल में अपने आराध्य के भजन पूजन में ही समय व्यतीत करना चाहिए।
चंद्र ग्रहण का राशियों पर प्रभाव
मेष - हानि
वृष- लाभ, सम्मान
मिथुन- सुख संपदा का कारक
कर्क- मान की हानि
सिंह- मृत्यु तुल्य कष्ट
कन्या- पत्नी पीड़ा
तुला- सुख संपदा का कारक
वृश्चिक- चिंता, यश की हानि
धनु- मानसिक व शारीरिक कष्ट
मकर- लाभ, सफलता
कुंभ- नुकसान
मीन- नुकसान