- सिटी के बाहर बने तालाबों में हुआ मूर्तियों का विसर्जन

- दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन को उमड़ी भक्तों की भीड़

<- सिटी के बाहर बने तालाबों में हुआ मूर्तियों का विसर्जन

- दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन को उमड़ी भक्तों की भीड़

ALLAHABAD: allahabad@inext.co.in

ALLAHABAD: नवरात्रि में चल रही दुर्गा पूजा के बाद फ्राइडे को दुर्गा पूजा पंडालों में सजी मूर्तियों के विसर्जन के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। उड़ते गुलाल और ढोल ताशा, डीजे की धुनों पर नाचते गाते भक्तों की भीड़ मां की मूर्ति लेकर विसर्जन के निर्धारित स्थानों के लिए निकली। पूरे रास्ते लोगों पर गुलाल उड़ते भक्तों का रेला मां का जयकारा लगाते हुए नाचते गाते विसर्जन के लिए बनाए गए अस्थाई तालाबों पर पहुंचा। जहां लोगों ने विधि विधान से मां की मूर्तियों का विसर्जन किया। मूर्तियों के विसर्जन के लिए बनाए गए अस्थाई तालाबों पर लोगों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम रहे।

सिटी के बाहर हुआ मूर्तियों का विसर्जन

सिटी के अलग-अलग हिस्सों में सजे दुर्गा पूजा पंडालों की मूर्तियों का विसर्जन सिटी के बाहर बनाए गए अस्थाई तालाबों में किया गया। खुल्दाबाद, शाहगंज, करेली, धूमनगंज क्षेत्र में बनाए गए दुर्गा पूजा पंडालों की मूर्तियों का विसर्जन तहसील सदर के फतेहपुर घाट पर किया गया। अतरसुइया, मुट्ठीगंज, कोतवाली एवं कीडगंज की दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन तहसील करछना के धनुहा में बनाए गए तालाब मे किया गया। सिविल लाइंस, जार्जटाउन, कर्नलगंज, कैंट एवं शिवकुटी थाना क्षेत्र की प्रतिमाओं का विसर्जन फाफामऊ के बेला कछार में किया गया। इस बाद दूसरे जनपदों व गांवों की मूर्तियों के सिटी में प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया गया था।

भंडारे का हुआ आयोजन

विजय दशमी के दिन मूर्तियों के विसर्जन के मौके पर सिटी के कई पूजा पंडालों में विशाल भंडारे का आयोजन भी किया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में लोगों ने भंडारे का प्रसाद ग्रहण किया। दुर्गा पूजा महोत्सव के समापन पर बंगाली समुदाय की ओर सभी कई आयोजन हुए। जिसमें समाज के लोगों ने बढ़ चढ़कर अपनी भागेदारी निभाई।