- झारखंड में जितनी तेजी से बढ़ा अपराध, उतनी जल्दी छूटे अपराधी

- बाल सुधार गृह में 70 बंदियों में 15 दुष्कर्म, 17 हत्या व अन्य चोरी के मामले में हैं बंद

-2014 में बाल सुधार गृह में 106 बंदियों में सर्वाधिक 36 दुष्कर्म के आरोपी थे

RANCHI: निर्भया के गुनहगार को रिहा करने के निर्णय से देश भर में नाराजगी है। लेकिन, बात यदि झारखंड की हो, तो यहां भी कई निर्भया कांड हो चुके हैं। जी हां, राजधानी रांची समेत विभिन्न जिलों में दुष्कर्म के सर्वाधिक केसेज दर्ज हुए हैं। राज्य के 70 बंदियों में क्भ् दुष्कर्म के ही आरोपी हैं। क्7 हत्या व अन्य चोरी के मामले में बंद हैं। झारखंड के विभिन्न जिलों में तो कई नाबालिग को नाबालिग ने ही मौत के घाट उतार दिया। पीडि़त को मेडिकल चेकअप से लेकर टीआईपी तक और कोर्ट के चक्कर लगाने पड़े। लेकिन, सब बेकार। निर्भया जैसी कई पीडि़तों के आरोपी(जो नाबालिग हैं) सुधारगृह भेज दिए गए। फिर, अदालत में खड़े वकील की जिरह और उसका नाबालिग होना उसके लिए वरदान बन गया। हालांकि सच्चाई यही है कि जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड ने नाबालिग की सजा महज तीन साल ही तय की हैं। इसके बाद उन्हें छोड़ना अदालत की मजबूरी है।

पैरेंट्स के साथ रह रहे क्ख्9 बाल अपराधी

झारखंड में भ्7 आरोपी ऐसे हैं, जो अशिक्षित हैं। म्क् प्राथमिक शिक्षा ग्रहण करनेवाले हैं। जबकि मैट्रिक व उच्च श्रेणी वाले भ्0 हैं, ग्रेजुएट पांच। एनसीआरबी के आंकड़ों के मुताबिक, वैसे बाल अपराधियों की संख्या क्ख्9 हैं, जो अपने पैरेंट्स के साथ रह रहे हैं। इनमें फ्फ् ऐसे पाए गए, जिनकी देखरेख केयरटेकर के रूप में की जा रही है। क्क् ऐसे हैं, जो बिना घर के हैं और सड़कों पर ही अपनी जिंदगी गुजार देते हैं।

बॉक्स में

ख्0क्ब् में क्0म् बाल बंदी

मामला बंदी की संख्या

दुष्कर्म फ्म्

हत्या ख्8

हत्या की कोशिश एक

ऑ‌र्म्स एक्ट क्ख्

अपहरण दो

चोरी-डकैती एक

ख्0क्भ् में बाल 70 बाल बंदी

मामला बंदी की संख्या

दुष्कर्म क्भ्

हत्या क्7

हत्या दो

आ‌र्म्स एक्ट क्0

अपहरण तीन

चोरी, छिनतई, डकैती ख्फ्

(नोट: डुमरदगा बाल सुधार गृह में बंद ये बाल बंदी रांची, खूंटी, लातेहार, गढवा व पलामू के हैं)

क्कड्डह्यह्ल द्धद्बह्यह्लश्रह्मब्

गैंगरेप के क्ख् एक्यूज्ड में 7 नाबालिग छूटे

क्क् जनवरी, ख्0क्ब्: रातू थाना क्षेत्र के कमड़े मंदिर में पूजा करने गई क्0वीं की छात्रा के साथ क्ख् लोगों ने गैंगरेप किया। पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए ऑपरेशन मिसेज-ख्ब् चलाया। क्ख् एक्यूज्ड को पकड़े गए। इनमें से सात जुवेनाइल एक्ट के आधार पर छूट गए। जबकि पकड़े जाने के बाद पीडि़ता ने उनलोगों की टीआइपी परेड में पहचान भी की थी। फिलहाल पांच आरोपी बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार में बंद हैं, जबकि सात कुछ दिनों तक रिमांड होम में रहने के बाद अब आजाद हैं। लेकिन, पीडि़ता आज भी उस दर्द को भुला नहीं पाई है, जो जख्म इन दरिंदों ने उसे दिए थे। इतना ही नहीं, दरिंदों ने पीडि़ता का अश्लील एमएमएस भी बना डाला था, ताकि उसे सार्वजनिक किया जा सके।

शादी में आई छात्रा से गैंगरेप, दो नाबालिग को जमानत

ख्0 मई, ख्0क्ब् : ममेरे भाई की शादी में शामिल होने आई नौवीं की छात्रा दरिंदों के हवस का शिकार हो गई। पुलिस ने गैंगरेप के आरोप में बजरंग नायक, झूलन नायक समेत चार नाबालिग को पकड़ा था। इनमें से दो को रिमांड होम डुमरदगा में एक साल पांच महीने तक रखने के बाद जमानत दे दी गई। मामला था कि छात्रा ममेरे भाई की शादी में शामिल होने क्9 मई को ओबरिया गई थी। ख्0 मई की रात वह अपने मामा के घर के समीप नानी के घर में अकेली सो रही थी। इसी दौरान रात में कमरे में छह लोग घुस आए और कुकर्म किया।