- व‌र्ल्ड नो टोबैको डे आज

तम्बाकू की वजह से सिटी में कैंसर पेशेंट्स की बढ़ी संख्या

- पीडि़तों में 20 फीसदी से ज्यादा यूथ शामिल, कैंसर के अलावा इनफर्टिलिटी की प्रॉब्लम भी बढ़ी

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KANPUR : सिटी में पान मसाला और तम्बाकू इंडस्ट्री हजारों लोगों को इंप्लॉयमेंट तो दे रही है लेकिन हजारों फैमिलीज को उजाड़ भी रही है। सिटी में कैंसर के पेशेंट बढ़े हैं और ज्यादा खतरनाक बात यह है कि सिटी में कैंसर के आधे से ज्यादा मामलों के लिए तम्बाकू ही जिम्मेदार है। इसमें यूथ की संख्या ख्0 फीसदी से ज्यादा है। व‌र्ल्ड नो टोबैको डे पर जहां एक ओर डॉक्टर्स पब्लिक से तम्बाकू का यूज बंद करने की अपील कर रहे हैं, वहीं यूथ में तम्बाकू की बढ़ती लत एक बड़ी चुनौती के रूप में सामने आ रही है।

आठ हजार से ज्यादा पेशेंट

जेके कैंसर हॉस्पिटल के डॉ। अवधेश दीक्षित ने बताया कि इस साल अभी तक उनके यहां कैंसर के 8 हजार से ज्यादा पेशेंट आ चुके हैं, इनमें ज्यादातर को मुंह का कैंसर, लंग कैंसर की प्रॉब्लम थी। इनमें ब्000 से ज्यादा पेशेंट को कैंसर होने की मुख्य वजह तम्बाकू थी। इसमें से भी फ्000 लोगों को कीमोथैरेपी की जरूरत पड़ी, वहीं कैंसर के इलाज के लिए सिटी के कई प्राइवेट संस्थानों में भी पेशेंट्स की तादात बढ़ी है। डॉक्टर्स इसकी मूल वजह तम्बाकू को बता रहे हैं। वहीं डॉ। हेमंत मोहन ने भी फ्राइडे को तम्बाकू और निकोटिन पदार्थो के यूज को बंद करने के लिए ऐसे प्रोडक्ट्स की होली जलाई। उन्होंने यह भी बताया कि तम्बाकू की वजह से कैंसर के अलावा इनफर्टिलिटी , हाइपरटेंशन हेपेटाइटिस जैसी बीमारियां भी बढ़ रही हैं।