Ranchi: ख्फ् नवंबर ख्0क्भ् को पथ निर्माण विभाग के इंजीनियर समरेंद्र प्रताप सिंह पर मोरहाबादी में गोलीबारी का मुख्य आरोपी लवकुश शर्मा भ्08वें दिन रांची पुलिस की गिरफ्त में आ गया है। एक लाख के इनामी मोस्ट वांटेड क्रिमिनल लवकुश शर्मा को रांची पुलिस ने गुरुवार की सुबह पश्चिम बंगाल के हुगली स्थित चंदननगर थाना क्षेत्र से अरेस्ट कर लिया। रांची के एसएसपी कुलदीप द्विवेदी ने बताया कि लवकुश के हुगली में होने की सूचना पर पुलिस की एक स्पेशल टीम वहां कैंप कर रही थी, जिसे यह सफलता मिली है।

रंगदारी नहीं देने पर मारी थी गोली

लवकुश शर्मा ने रांची के मोरहाबादी में पथ निर्माण विभाग के इंजीनियर समरेंद्र प्रताप सिंह से रंगदारी मांगी थी। रंगदारी नहीं मिलने के कारण लवकुश ने इंजीनियर के घर पर फायरिंग की थी। इसके बाद भी रंगदारी नहीं मिलने पर लवकुश ने इंजीनियर को गोली मार दी थी। काफी मशक्कत के बाद इंजीनियर की जान बच सकी थी। इंजीनियर से एक करोड़ की रंगदारी मांगी गई थी। उसने इसकी शिकायत अरगोड़ा थाने में दर्ज कराई थी। तत्कालीन एसएसपी प्रभात कुमार ने लवकुश शर्मा के बारे में सूचना देकर उसे गिरफ्तार करानेवाले को एक लाख रुपए इनाम देने की घोषणा की थी।

पुलिस की क्0 टीमें लगी थीं

लवकुश को पकड़ने के लिए पुलिस की क्0 टीमें बनी थीं, जो पिछले साल से इसके पीछे लगी थी, लेकिन सफलता नहीं मिल पा रही थी। वहीं लवकुश शर्मा महीनों से फेसबुक पर कभी अपनी प्रोफाइल फोटो तो कभी कोई अन्य तस्वीर अपडेट कर रहा था। वो फेसबुक पर लगातार अपडेट रहता था।

तीन बार घर की कुर्की

पुलिस ने तीन बार लवकुश शर्मा के रांची कुसुम विहार स्थित घर की कुर्की-जब्ती की थी। इस दौरान उसके घर में छोटा सुरंग मिला था, जो इमरजेंसी में घर से भागने की जगह थी।

दोस्त ने ही पकड़वाया

जानकारी के अनुसार, बरियातू हाउसिंग में रहनेवाला लवकुश के ही दोस्त पंकज ने उसे पकड़वाया। उसी ने लवकुश को हुगली में ठिकाना दिया था। इसके बाद ईनाम के लालच में उसे पकड़वा दिया। पुलिस उसे भी जेल भेजेगी। वहीं, इनाम की राशि एक लाख भी पंकज को मिलेगी।

गैंग के अपराधियों पर रंगदारी मांगने का केस

सदर थाना पुलिस ने शनिवार को जिवतेश कुमार की शिकायत पर लवकुश शर्मा गिरोह के सदस्यों के खिलाफ रंगदारी मांगने के आरोप में केस दर्ज किया। गिरोह के अंशु शर्मा, अमित उर्फ गोड्डा के अलावा राहुल और सुमन को आरोपी बनाया गया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। आरोपियों ने वीरेंद्र कुमार से रंगदारी मांगी है। पुलिस के अनुसार जिवतेश और वीरेंद्र कुमार बरियातू यूनिवर्सिटी कॉलोनी के रहनेवाले हैं। दोनों की जमीन सदर थाना क्षेत्र के सोमा विहार में है। दोनों का आरोप है कि उनसे जमीन पर काम करने के एवज में पहले एक-एक लाख रंगदारी मांगी गई। जब दोनों ने रंगदारी देने से इन्कार कर दिया, तो शुक्रवार की देर रात करीब दो बजे जमीन पर की गई बाउंड्री तोड़ दी गई। विरोध करने पर जिवतेश से मारपीट की गई और गोली मारने की भी धमकी दी गई।

अंशु व अमित पर सीसीए का था प्रस्ताव

उल्लेखनीय है कि पूर्व में अंशु शर्मा और अमित उर्फ गोड्डा पर सीसीए के अंतर्गत कार्रवाई के लिए सदर डीएसपी विकास चंद्र श्रीवास्तव ने प्रस्ताव तैयार किया था। हालांकि दोनों के खिलाफ सीसीए के अंतर्गत कार्रवाई नहीं हो सकी। जांच के दौरान पुलिस को यह भी पता चला कि आरोपियों द्वारा भी जमीन पर दावेदारी की जा रही थी, इस वजह से विवाद हुआ था। पूर्व में जमीन पर क्ब्ब् के तहत भी कार्रवाई हुई थी, लेकिन बाद में क्ब्ब् हटने के बाद जमीन पर निर्माण कार्य चल रहा था।