मां ने बेटी की हत्या की, हर कोई सुनकर चकित है। इस नापाक काम को आखिर शमिमा खातून ने क्यों अंजाम दिया, यह हर जानना चाहता है। पुलिस के सामने मृतक नाजरीन की मां ने जो स्वीकार किया है वह चौंकाने वाला है। पुलिस को दिए बयान में शमिमा ने बताया कि वह अपनी बेटी की शादी इंजीनियर से करना चाहती थी। उसके तीन बेटे और एक बेटी नाजरीन ही थी। ऐसे में दो बेटे तो इंजीनियरिंग रहे थे। तीसरा बेटा भी अलीगढ़ से ग्रेजुएशन कर रहा था। पति रेलवे के फोर्थ ग्रेड इंप्लाई हैं बावजूद उसके वह अपने बच्चों को अच्छी तालीम देने में लगी थे।

पसंद नहीं था महफूज
शमिमा को नाजरीन की पसंद महफूज पसंद नहीं था। वह और उसके पति बार बार महफूज से दूरी बनाने की हिदायत देते थे। इसका एक कारण यह भी था कि महफूज की मां दूसरों के यहां काम करती थी, जो उसे पसंद नहीं था। अब जब उसके बच्चे आगे बढ़ रहे थे वह महफूज के परिवार से संबंध रखना नहीं चाहती थी। इसकी कारण नाजरीन की लाख कोशिश के बाद भी वह रिश्ते को मंजूर नहीं कर रही थी।

लग गयी दिल पर बात
शमिमा ने पुलिस के पास इस बात का खुलासा किया कि 13 अप्रैल को नाजरीन के पिता ने महफूज और उसे आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया था। इसके बाद उसने जमकर उसकी पिटाई की और इसके बाद ही 14 तारीख को बीमार हो गये रेलवे अस्पताल में एडमिट भी हुई। नाजरीन को मां ने तो घर में बंद रखा, मगर 16 को वह किसी तरह निकल गयी और महफूज से शादी कर ली। यही बात शमिमा को लग गयी कि पिता अस्पताल में जिन्दगी से लड़ रहा है और बेटी शादी रचा रही है। इसी कारण मौका मिलते ही उसने नाजरीन की हत्या कर दी।