- महिला का बेटे-बहू से चल रहा था पारिवारिक विवाद

- कोर्ट के आदेश पर करेली पुलिस ने दर्ज की थी फ्राड की रिपोर्ट

ALLAHABAD: पुलिस का खौफ क्या होता है यह करेली में देखने को मिला। कोर्ट के आदेश पर बेटे ने दर्ज कराई रिपोर्ट तो करेली पुलिस जांच करने पहुंच गई। पुलिस ने ऐसी हनक दिखाई कि महिला को सदमे में मां को हार्ट अटैक आ गया और उसकी सांसें थम गई। घटना से घर वालों के साथ ही पुलिस के भी होश उड़ गए। घबराई करेली पुलिस इस केस को मैनेज करने में जुट गई। बाद में प्रेशर बढ़ा तो बॉडी को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

बहू-बेटे से विवाद

शहजादे करेली के नया पुरवा मोहल्ले में रहते हैं। फैमिली में उनकी वाइफ शफीना थी। तीन बेटे और दो बेटियों में बड़े बेटे साहबे आलम की शादी लास्ट इयर क्ब् दिसंबर को समर जहां के साथ हुई थी। शादी के बाद से ही बेटे और बहू को लेकर फैमिली में खटपट होती रही। मामला इतना बढ़ गया कि समर अपने मायके चली गई। ख्8 मार्च को बेटे बहू गायब हो गए। पिता शहजादे ने पुलिस से गुमशुदगी दर्ज करने की गुहार लगाई। हालांकि बाद में पता चला कि बेटा अपनी पत्नी को लेकर ससुराल पहुंच गया।

दहेज को लेकर झड़प

एक बार शुरू हुई सास बहू की लड़ाई बढ़ती ही जा रही थी। अब बहू की ओर से दहेज उत्पीड़न का आरोप लगा। करेली थाने से लेकर महिला थाने तक शिकायत पहुंची। पुलिस ने शहजादे को करेली थाने में बुलाया और वहां पर दोनों पक्षों में समझौता हो गया। शहजादे ने कहा कि जो भी दहेज का सामान मिला है, वह सब घर पर रखा है। आकर कोई भी ले जा सकता है। समझौते के आधार पर समरजहां के घर वाले पहुंचे और दहेज का सारा सामान व ज्वैलरी लेते गए।

अपने पिता के खिलाफ रिपोर्ट

ऐसा करते ही शहजादे की फैमिली थोड़ी इमोशनल हो गई। वाइफ शफीना को यह सब अच्छा नहीं लग रहा था। जिस बेटे का लालन पालन किया आज वही दुश्मन बन गया, वह भी सिर्फ अपनी वाइफ के चक्कर में। इससे क्षुब्ध होकर शहजादे ने अपने बेटे को वसीयत से बेदखल करने की बात कही। इससे खफा साहबे आलम ने अपने पिता और भाईयों के खिलाफ फ्राड का आरोप लगाया। पुलिस ने उसकी नहीं सुनी तो कोर्ट के आदेश पर रिपोर्ट दर्ज कराई। आरोप लगाया कि उसने अपने रुपए से बाइक खरीदी थी। लेकिन उसके पिता और भाई ने मिलकर फर्जीवाड़ा करके उसकी बाइक को अपने नाम करा लिया।

सात बजे पहुंची पुलिस

एफआईआर दर्ज होने के बाद शनिवार शाम को सात बजे करेली थाने से पुलिस वाले शहजादे के घर पहुंची। इस दौरान शहजादे की वाइफ शफीना अपनी बच्चियों के साथ थी। पुलिस ने उससे कहा कि शहजादे को थाने भेज देना। नहीं तो अंजाम बुरा होगा। उसके खिलाफ फ्राड करने का मामला दर्ज है। पुलिस के खौफ का आलम यह रहा कि शफीना की हालत खराब हो गई। उसे लगा कि उसका पति इस उम्र में जेल जाएगा। उसका यह सोचना उसके लिए जानलेवा साबित हुआ। पुलिस के खौफ में उसे हार्ट अटैक आ गया।

तीन हॉस्पिटल का चक्कर

इसके बाद घर में हड़कंप मच गया। उसके पति को फोन करके बुलाया गया। मोहल्ले वालों की मदद से उसे पास में स्थित एक हास्पिटल ले गए लेकिन वहां पर डॉक्टर ने उसे एडमिट नहीं किया। फिर घर वाले कंपनीबाग के सामने स्थित एक प्राइवेट हॉस्पिटल ले गए। लेकिन वहां भी डॉक्टर ने यह कहते हुए एडमिट नहीं किया कि उनके पास अभी बेड नहीं है। फिर लास्ट में शकीना को लेकर स्वरूपरानी हॉस्पिटल पहुंचे। लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। डॉक्टर ने बताया कि अब वह इस दुनिया में नहीं रही।

मरता क्या न करता

रात के दस बज चुके थे। अब घर वाले शकीना की बॉडी को लेकर करेली पहुंच गए। फिर पति शहजादे ने रात में ही करेली थाने जाकर पूरी घटना पुलिस को बताई। पुलिस पहले तो इस केस को मैनेज करने में जुट गए, लेकिन बाद में पुलिस ने बॉडी को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

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करेली इंस्पेक्टर मामले को छिपाने में लगे रहे

इस मौत का कारण कहीं ना कहीं से पुलिस का घर पर दबिश देना रहा। इस घटना की हकीकत की जानकारी जब करेली इंस्पेक्टर को हुई तो वह इस केस को दबाने में जुट गए। जब इंस्पेक्टर से इस बाबत पूछा गया तो उन्होंने ऐसे किसी भी केस की जानकारी से अनभिज्ञता जता दी। जबकि करेली पुलिस ने ही बॉडी को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया।