- नीरज को पुलिस ने बनाया चश्मदीद गवाह

- उमेश की तलाश में बाढ़ और मोकामा में चल रही है पुलिस की छापेमारी

- सुनील मिश्रा के लाईसेंस पर मोती, नीरज और उमेश करते थे ठेकेदारी

<- नीरज को पुलिस ने बनाया चश्मदीद गवाह

- उमेश की तलाश में बाढ़ और मोकामा में चल रही है पुलिस की छापेमारी

- सुनील मिश्रा के लाईसेंस पर मोती, नीरज और उमेश करते थे ठेकेदारी

PATNA: PATNA: अपराधी से ठेकेदार बने मोती सिंह की जान फ्0 लाख रुपए के लिए हुए विवाद में गई है। इसके साथ ही एक जगह की संपत्ति को लेकर पिछले कई दिनों से चल रहा विवाद भी हत्या के दूसरे बड़े कारण के रूप में सामने उभर कर आया है। हत्या के इन कारणों का खुलासा शुक्रवार को पटना पुलिस ने किया। पुलिस की शुरूआती इंवेस्टिगेशन में ही ठेके के लाखों रुपए और संपत्ति विवाद का मामला सामने आया। जबकि पिछले कई साल से मोती सिंह, उमेश सिंह और नीरज सिंह एक साथ ठेके का काम करते आ रहे थे। मोती सिंह की हत्या के बाद से नीरज सिंह बतौर चश्मदीद गवाह पटना पुलिस के कब्जे में है। जबकि हत्यारा उमेश सिंह अब तक फरार है। गिराफ्तारी के लिए बाढ़-मोकामा इलाके में उमेश के ठिकानों पर लगातार पुलिस टीम छापेमारी कर रही है।

- लाईसेंस किसी और का, काम इनका

जिस वक्त मोती सिंह की हत्या हुई थी, उस समय नीरज सिंह मौके पर मौजूद था। इसके सामने ही उमेश ने फायरिंग की थी। पुलिस ने इस मामले में नीरज से पूछताछ की। इसमें एक बड़ा खुलासा हुआ। दरअसल, ठेकेदारी करने का लाईसेंस मोती, उमेश और नीरज में किसी के पास नहीं था। इनके ठेकेदारी का सारा काम पटना के एसके पुरी में रहने वाले सुनील मिश्रा के लाईसेंस पर चलता था। यानी लाईसेंस किसी और का, काम इनका।

- उमेश के नाम से आते थे रुपए

सुनील मिश्रा के लाईसेंस पर ठेकेदारी का काम करते तो थे तीनों मिलकर, लेकिन ठेके के सारे रुपए आते थे सिर्फ उमेश के नाम पर। इस कारण पहले भी मोती और उमेश के बीच रुपयों को लेकर विवाद हो चुका है। ठेके का अधिकांश काम बिहार गर्वनमेंट के लघु सिचाई विभाग का होता था।

- हत्या के पीछे बिल्डर्स लॉबी

मोती सिंह की हत्या के पीछे एक बात और सामने आ रही है। वो है बिल्डर्स की लॉबी। बताया जाता है कि पटना एक खास एरिया की प्रोपर्टी को लेकर विवाद था। पुलिस सोर्स के अनुसार अपने फायदे के लिए बिल्डर्स लॉबी मोती को हमेशा के लिए दूर करने का प्लान तैयार कर रही थी। फिलहाल पटना पुलिस इस प्वाइंट पर भी मामले की छानबीन कर रही है।

- एक साथ दे चुके हैं आपराधिक वारदातों को अंजाम

ठेकेदारी का धंधा शुरू करने से पहले मोती सिंह और नीरज सिंह मोकामा एरिया में आपराधिक वारदातों को अंजाम देते थे। इनका साथ उमेश सिंह भी देता था। पुलिस की माने तो एक मामले में उमेश का भी नाम है। जबकि अकेले मोकामा थाना में मोती के खिलाफ भ् और नीरज के खिलाफ क्क् एफआईआर दर्ज हैं। ये सारे मामले हत्या, रंगदारी और आ‌र्म्स एक्ट के तहत हैं।

कोट

भतीजे के बयान पर उमेश के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया गया है। उमेश की तलाश जारी है और उसे जल्द ही पकड़ा जाएगा।

मनु महाराज, एसएसपी, पटना