परिवहन विभाग से हरी झंडी मिलने के बाद भी नही आ रहे आवेदन
योजना को गत माह आरटीओ ने दी थी हरी झंडी
Meerut। शहरवासियों की सुविधा के लिए शहर के ट्रांसपोर्ट में मोटो कैब का विकल्प इस माह परिवहन विभाग ने जोड़ दिया। मोटो कैब यानि दुपहिया मोटरसाइकल भी अब आपको शहर में घूमने के लिए किराये पर उपलब्ध होगी। इस योजना को गत माह आरटीओ ने हरी झंडी भी दे दी लेकिन हालत यह है कि अभी तक एक भी मोटो कैब के रजिस्ट्रेशन के लिए आवेदन नही हुआ है।
मिलेगी सुविधा
इस योजना के तहत यात्रियों को चालक समेत और बिना चालक के मोटर कैब किराये पर उपलब्ध कराने का विकल्प दिया जाएगा। यात्री को किमी और समय के हिसाब से किराया देना होगा दोनो योजना यात्रियों के लिए फायदेमंद हैं लेकिन इसके बावजूद अभी तक मेरठ के ट्रांसपोर्टर्स इस योजना में रुचि नही ले रहे हैं।
गत माह हुई थी शुरुआत
इस योजना की गत माह फरवरी में शुरुआत की गई थी तब मेरठ के कई व्यापारियों ने इस योजना में अपनी रुचि दिखाई थी लेकिन योजना को हरी झंडी मिलने के बाद मार्च माह में अभी तक एक भी बाइक का मोटर कैब के लिए रजिस्ट्रेशन नही हुआ है।
फैक्ट
आम बाइक से अलग होगा बस नंबर प्लेट का रंग
पीले रंग की होगी कैब की नंबर प्लेट
प्रति तीन माह का 660 रुपए जमा होगा रजिस्ट्रेशन शुल्क
सिंगल यात्री के हिसाब से देना होगा रजिस्ट्रेशन शुल्क
प्रति मिनट एक रुपया और प्रति किमी चार रुपए के हिसाब से होगा किराया
कैब शुल्क दस रुपए रहेगा किराया
आधार नंबर पर मिलेगी बिना चालक किराये पर कैब
मोटो कैब टैक्सी की तुलना में बेहतरीन विकल्प होगा। सिंगल यात्री को पूरी टैक्सी किराये पर लेने की जरुरत नही पड़ेगी। लेकिन अभी तक इस कैब के लिए एक भी बाइक का रजिस्ट्रेशन नही हो सका है।
केपी मिश्रा, परमिट प्रभारी
मोटर कैब एक अच्छा विकल्प है लेकिन किराये के अनुसार शायद यह कैब कामयाब ना हो सके।
मारुफ
कैब से सस्ता विकल्प ई रिक्शा शहर में उपलब्ध है। ऐसे में मोटो कैब में प्रति किमी से अलग टाइम के हिसाब से भी किराया लिया जा रहा है। यह महंगा पड़ेगा।
अमन
शहर में जाम आम सी बात है ऐसे में मोटो कैब से यदि चार किमी दूर जाना में एक घंटा लग जाए तो एक घंटे का 60 रुपए अलग किराया देना होगा। यह गलत है।
नितिन