- संकरी सड़कें-गलियां बनती थीं मुसीबत

- सांसद ने आगरा से खरीद लीं कार

वृंदावन: सांसद हेमामालिनी की लक्जरी कार वृंदावन की कुंज गलियों और सड़कों को रास नहीं आ रही थी, इसलिए उन्होंने अपनी लक्जरी कार से वृंदावन आने-जाने से तौबा कर ली हैं। हेमा अब वृंदावन में नैनो कार से आवाजाही करेंगी। उन्होंने इस कार की खरीद भी कर ली है।

वृंदावन शहर की अधिकतर गलियां अत्यंत संकरी हैं। सड़कें भी इन गलियों से कम नहीं। ऊपर से अतिक्रमण नीम चढ़े करेले का काम करता है। कई सड़कें तो ऐसी की आमने-सामने चार रिक्शा आ जाएं तो रास्ता जाम लग जाता है। सांसद हेमामालिनी ने पिछले माह टवीट करके राधा-रमण मंदिर मार्ग पर अतिक्रमणों की जानकारी दी थी। लेकिन उनके टवीट को प्रशासन ने बिसरा दिया। श्रीबांके बिहारी मंदिर समेत कई अन्य मंदिरों की तरफ जाने वाले रास्ते भी अतिक्रमणों से घिरे पड़े हैं, लेकिन इनको हटवाने की फुर्सत शायद प्रशासन के पास नहीं। इन गलियों और सड़कों के कारण सांसद हेमामालिनी को अपनी लक्जरी कार हुंडई की संटापे से वृंदावन आने-जाने में दिक्कत होती थी। कई बार वह रास्ता जाम में फंस गई थीं। लेकिन अब इस समस्या से निजात पाने के लिए सांसद हेमामालिनी ने आगरा से नैनो कार खरीद ली हैं। अब वह वृंदावन में संटापे कार से नहीं नैनो से आवाजाही करेंगी। नैनो खरीदने की जानकारी सांसद हेमामालिनी ने सोशल साइट टिवटर पर भी दी हैं। हेमा ने टवीट करते हुए बताया है कि वृंदावन आने-जाने के लिए उन्होंने नैनो कार खरीद ली हैं.बता दें कि सांसद बनने के बाद हेमामालिनी मथुरा-वृंदावन लक्जरी कार संटापे से ही आती-जाती रही हैं। वह दिल्ली भी इसी कार से जाती रही हैं।