-सपा को छोड़ अन्य सभी कैंडीडेट्स ने रोहनिया उपचुनाव में धांधली का लगाया आरोप

-री पोल की मांग को लेकर सांसद अनुप्रिया पटेल ने प्रत्याशियों व समर्थकों के साथ दिया धरना

-पहडि़या मंडी के सामने देर तक चला हंगामा

VARANASI : मतगणना के दौरान जमकर हंगामा हुआ। सपा को छोड़ अन्य पार्टियों के प्रत्याशियों ने रोहनिया विधानसभा के हुए उपचुनाव में धांधली का आरोप लगाते हुए शासन-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। काउंटिंग का बहिष्कार कर दिया। सांसद अनुप्रिया पटेल के साथ प्रत्याशियों और उनके समर्थकों ने पहडि़या मंडी के सामने धरना-प्रदर्शन किया। इस दौैरान भारी पुलिस बल मौजूद रहा। प्रशासन और पुलिस ने सांसद को समझा-बुझाकर धरना समाप्त कराने की कोशिश की लेकिन सफल नहीं हो सके।

दोपहर में शुरू हुआ हंगामा

मंगलवार को मतगणना के दौरान दोपहर में डेढ़ बजे क्7वें राउंड की काउंटिंग शुरू होने वाली थी तभी सपा को छोड़ अन्य सभी कैंडीडेंट्स के मतगणना एजेंट्स ने धांधली का आरोप लगाते हुए काउंटिंग का बहिष्कार कर दिया। वह मतगणना स्थल से बाहर आकर शासन और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। उनका आरोप था कि कई ईवीएम मशीनों के सील टूटे हुए थे। इससे जाहिर होता है कि उनके साथ छेड़छाड़ की गयी है। इसकी शिकायत मतगणनाकर्मियों के साथ ऑब्जर्वर से भी की गयी तो उन्होंने सुनने से इनकार कर दिया। साथ ही धमकी देने लगे कि शोर-शराबा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। भाजपा के जिलाध्यक्ष आजाद सिंह गौतम ने लिखित शिकायत करने की कोशिश तो उसे भी स्वीकार नहीं किया गया। उनका कहना था कि क्0वें राउंड के बाद से ही कई ईवीएम के सील टूटे मिलने लगे थे। पर कोई उनकी बात सुनने को तैयार नहीं था। नारेबाजी करते हुए प्रत्याशी के एजेंट पहडि़या मंडी के बाहर चले आए।

देर तक चलता धरना-प्रदर्शन

दोपहर बाद तीन बजे सांसद अनुप्रिया पटेल पहडि़या आ पहुंचीं। उन्होंने पहडि़या मंडी के गेट संख्या एक से अंदर जाने की कोशिश की तो उन्हें रोक दिया गया। यहां पुलिसकर्मियों से उनकी नोकझोंक भी हुई। इस दौरान सपा समर्थकों ने उनके खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। इसके बाद सांसद मेन रोड पर समर्थकों के साथ धरने पर बैठ गयीं। इनके साथ कृष्णा पटेल, भाजपा के काशी क्षेत्र के अध्यक्ष लक्ष्मण आचार्य, जिलाध्यक्ष आजाद सिंह गौतम, निर्दल प्रत्याशी रमाकांत सिंह मिंटू समेत अन्य प्रत्याशी भी आ गए। सांसद ऑब्जर्वर को बुलाने की मांग करती रहीं। लगभग डेढ़ घंटे बाद एडीएम सिटी एमपी सिंह धरनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने मतगणना स्थल पर चलकर ऑब्जर्वर से बात करने का प्रस्ताव रखा। पहले तो अनुप्रिया पटेल ने मना कर दिया लेकिन मान-मनौव्वल के बाद मानी गयीं। वह लक्ष्मण आचार्य और आजाद सिंह गौतम के साथ ऑब्जर्वर के पास पहुंचीं। बंद कमरे में उनके बीच बात हुई। इस दौरान सांसद ने मीडिया को अंदर आने की मांग की तो उसे भी पुलिस अधिकारियों ने अस्वीकार कर दिया। दस मिनट बाद ही अनुप्रिया अन्य लोगों के साथ कमरे से बाहर निकल आयीं। उन्होंने आरोप लगाया कि ऑब्जर्वर उनकी किसी बात को नहीं मान रहे हैं। उन्होंने धांधली की शिकायत करते हुए चुनाव निरस्त करते हुए पुर्नमतदान की मांग की लेकिन उसे खारिज कर दिया गया।

मामला मोदी दरबार तक

जिसके बाद सांसद अनुप्रिया पटेल समेत भाजपा पदाधिकारी पहडि़या मंडी से बाहर निकल आए। एक बार फिर अन्य प्रत्याशियों और समर्थकों के साथ रोड पर धरने पर बैठ गयीं। पुलिस के आला अधिकारियों ने उन्हें समझाने की कोशिश की तो उन्होंने साफ लहजे में कह दिया कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं जाती है धरना समाप्त नहीं होगा। पूरे मामले की जानकारी भाजपा के काशी क्षेत्र के अध्यक्ष लक्ष्मण आचार्य ने राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी को दी। उनके जरिए मामला प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पास पहुंचा। रात लगभग आठ बजे सांसद ने एडीएम सिटी को लिखित शिकायत सौंपी। उन्होंने उसे इलेक्शन कमीशन तक पहुंचाने का आश्वासन दिया। इसके बाद धरना-प्रदर्शन समाप्त हुआ।