RANCHI : अब आपको एमआरआई कराने के लिए ज्यादा जेब ढीली नहीं करनी होगी। रिम्स में पीपीपी मोड पर खुले हेल्थ मैप सेंटर में सरकारी दर पर एमआरआई जांच की जाएगी। यहां बीपीएल मरीजों का मुफ्त में एमआरआई किया जाएगा, जबकि रिम्स के अलावा दूसरे व निजी हॉस्पिटल में इलाज करा रहे मरीजों के लिए भी यह सुविधा उपलब्ध होगी। यहां बाजार दर से 40 परसेंट तक कम चार्ज मरीजों को चुकाना होगा। नवंबर से हेल्थ मैप में यह सुविधा शुरू कर दी जाएगी। स्वास्थ्य विभाग ने कंपनी को सातों घंटे व चौबीस घंटे सेंटर को चालू रखने को कहा है, ताकि मरीजों को किसी तरह की असुविधा नहीं हो।

एक ही छत के नीचे सभी टेस्ट

रिम्स कैंपस के परिजन विश्राम गृह के बेसमेंट में हेल्थ मैप को सेंटर बनाने की लिए जगह उपलब्ध कराई गई है। इस सेंटर में एक ही छत के नीचे मरीजों को एमआरआई, एक्सरे, सिटी स्कैन, अल्ट्रासाउंड, ईसीजी जैसी सारी टेस्ट की सुविधा उपलब्ध होगी। इससे रिम्स के रेडियोलॉजी डिपार्टमेंट में जांच के लिए लगने वाली लंबी कतार से मरीजों को निजात मिलेगी। इतना ही नहीं, रिम्स की मशीनें खराब होने पर मरीजों को जांच के लिए बाहर का रूख नहीं करना होगा।

बीपीएल का फ्री में होगा हर टेस्ट

हेल्थ मैप सेंटर में बीपीएल मरीजों के सभी टेस्ट फ्री में किए जाएंगे। इस लाभ का फायदा लेने के लिए उन्हें काउंटर पर बीपीएल कार्ड की एक कॉपी जमा करानी होगी अथवा रिम्स के डिप्टी सुपरिटेंडेंट से अलाव फ्री करवाना जरूरी होगा। इसके अलावा वैसे लोग, जिनकी आय 72 से कम है उन्हें अपना इनकम सर्टिफिकेट जमा कराना होगा।

घायलों को 24 घंटे मिलेगी मुफ्त सेवा

दुर्घटनाओं में घायल होने वालों के लिए हेल्थ मैप सेंटर 24 घंटे खुला रहेगा। यहां उनका हर टेस्ट मुफ्त में किया जाएगा। इसके अलावा इमरजेंसी के मरीजों को भी यहां टेस्ट के लिए कोई शुल्क चुकाना नहीं होगा। स्वास्थ्य विभाग की ओर से इस बाबत एजेंसी को आवश्यक दिशा निर्देश दे दिए गए हैं।

बाजार दर से 40 परसेंट कम देना होगा चार्ज

हेल्थमैप में रिम्स के मरीजों के अलावा बाहर के मरीज भी रेडियोलॉजी टेस्ट करा सकेंगे। जिसके तहत मरीजों को मार्केट रेट से 40 परसेंट कम चार्ज में ही टेस्ट किया जाएगा। इससे मरीजों की जेब पर डाका नहीं पड़ेगा और वह अपना इलाज करा सकेंगे। चूंकि हेल्थ मैप में रिम्स के मरीजों के सभी टेस्ट सेंट्रल गवर्नमेंट की तय रेट पर किए जाएंगे। जबकि बाहर के मरीजों के लिए यहा चार्ज गवर्नमेंट रेट से थोड़ा ज्यादा होगा। बताते चले कि प्राइवेट सेंटरों में गवर्नमेंट रेट से ढाई गुना तक अधिक चार्ज एमआरआइ के लिए चुकाने पड़ते है।