- मुख्यमंत्री स्वास्थ्य योजना को नए सिरे से शुरू करने पर चल रही रिहर्सल

- नए वित्तीय वर्ष से पहले फरवरी तक इंश्योरेंस कंपनियों के हो जाएंगे टेंडर

- पिछले साल नवंबर के बाद से अब तक खुद स्वास्थ्य विभाग कर रहा संचालन

<- मुख्यमंत्री स्वास्थ्य योजना को नए सिरे से शुरू करने पर चल रही रिहर्सल

- नए वित्तीय वर्ष से पहले फरवरी तक इंश्योरेंस कंपनियों के हो जाएंगे टेंडर

- पिछले साल नवंबर के बाद से अब तक खुद स्वास्थ्य विभाग कर रहा संचालन

DEHRADUN: DEHRADUN: मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना संभाल रहा स्वास्थ्य विभाग मुख्यमंत्री स्वास्थ्य योजना पर फरवरी आखिर तक कार्ययोजना तैयार करने का दावा कर रहा है। टेंडर प्रक्रिया में इंश्योरेंस कंपनी से बात नहीं बनती है तो खुद स्वास्थ्य विभाग योजना संभालने की तैयारी भी कर रहा है। बकायदा इसके लिए आजकल सर्वर तैयार किया जा रहा है। खास बात यह है कि इस बार इस योजना पर फूंक-फूंक कर कदम बढ़ा रही सरकार एमएसबीवाई के पात्रों को राष्ट्रीय खाद्य योजना डाटा मिलान करने की भी तैयारी कर रही है। जिससे हकीकत में पात्रों को योजना का लाभ मिल सके।

अस्पतालों के पैकेज रेट भ्ाी बढ़ेंगे

पूर्ववर्ती सरकार में शुरू हुई मुख्यमंत्री स्वास्थ्य योजना<मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना संभाल रहा स्वास्थ्य विभाग मुख्यमंत्री स्वास्थ्य योजना पर फरवरी आखिर तक कार्ययोजना तैयार करने का दावा कर रहा है। टेंडर प्रक्रिया में इंश्योरेंस कंपनी से बात नहीं बनती है तो खुद स्वास्थ्य विभाग योजना संभालने की तैयारी भी कर रहा है। बकायदा इसके लिए आजकल सर्वर तैयार किया जा रहा है। खास बात यह है कि इस बार इस योजना पर फूंक-फूंक कर कदम बढ़ा रही सरकार एमएसबीवाई के पात्रों को राष्ट्रीय खाद्य योजना डाटा मिलान करने की भी तैयारी कर रही है। जिससे हकीकत में पात्रों को योजना का लाभ मिल सके।

अस्पतालों के पैकेज रेट भ्ाी बढ़ेंगे

पूर्ववर्ती सरकार में शुरू हुई मुख्यमंत्री स्वास्थ्य योजना((एमएसबीवाई<एमएसबीवाई))पिछले साल क्फ् नवंबर को अचानक राज्य में बंद कर दी गई थी। जिसके कुछ दिन बाद स्वास्थ्य विभाग ने खुद मोर्चा संभाला था और अब तक तीन माह में स्वास्थ्य विभाग ने इस योजना के दायरे में आने वाले करीब पांच हजार से अधिक पात्रों को लाभ दिए जाने का दावा किया है। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने नाम का खुलासा न करने की बात पर दैनिक जागरण आईनेक्स्ट से बातचीत में कहा कि राज्य में मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना को लागू रखने के पक्षधर हैं, जिसके लिए नए सिरे से विभाग को एक्सरसाइज करने के निर्देश दिए गए हैं। बताया जा रहा है कि अस्पतालों के पैकेज रेट बढ़ाने पर भी विचार किया जा रहा है। नए वित्तीय वर्ष में नए सिरे से योजना को लागू किए जाने की तैयारियां की जा रही हैं। इंश्योरेंस कंपनियों के टेंडर फरवरी तक आमंत्रित हो जाएंगे। कारणवश, किसी बीमा कंपनी से बात नहीं बन पाती है तो खुद विभाग वर्तमान व्यवस्था को सुचारु रखने पर भी तैयार है। जिसके लिए तैयारियां भी की जा रही हैं और विभाग में सर्वर तैयार किया जा रहा है।

तीन माह में पांच हजार को मिला लाभ

वर्तमान समय में एमएसबीवाई योजना के तहत 9ब् सरकारी व 90 प्राइवेट हॉस्पिटल अधिकृत हैं। लेकिन विभागीय सूत्र बताते हैं कि इस योजना के लिए केवल क्फ्0 हॉस्पिटल ही फंक्शनल हैं। नए सिरे से योजना के शुरू करने की तैयारियां के तहत बताया जा रहा है कि योजना में कुछ अतिरिक्त अस्पतालों को भी शामिल किया जा सकता है। अस्पतालों में पैकेज बढ़ाया जाना भी प्रमुख माना जा रहा है। यही नहीं सूत्र यह भी बता रहे हैं कि नए सिरे से चल रही रिहर्सल में सरकार राज्य से बाहर के अस्पतालों को भी शामिल करने पर विचार कर रही है।

- नवंबर से अब तक पांच हजार जरूरतमंदों को मिला सेवा लाभ।

- नवंबर से पहले बजाज एलाइंज को दी गई थी जिम्मेदारी

- 9ब् सरकारी व 90 प्राइवेट हॉस्पिटल हैं योजना में शामिल

- क्.7भ् लाख रुपए योजना में पात्र को इंश्योरेंस दिए जाने की है व्यवस्था।

- अब तक सालाना ख्फ्-ख्ब् करोड़ का खर्च आता है योजना में।