PATNA: मगध यूनिवर्सिटी के मुख्यालय बोधगया में चली मैराथन मीटिंग के बाद शिक्षकेत्तर कर्मियों की हड़ताल समाप्त हो गई है। इसके साथ ही प्रदेश के म् जिलों के ब्ब् कॉलेजों के प्रिंसिपल और छात्रों ने गहरी संास ली है। सोमवार से सभी कामकाज सामान्य स्थिति में होने लगेगा। इसके बावजूद पटना यूनिवर्सिटी सहित विभिन्न कॉलेजों में चल रही एडमिशन प्रोसेस में भी इसका असर दिखेगा। क्योंकि कई छात्र- छात्राओं को महाविद्यालय एवं इंटर कॉलेजों से सीएलसी और मा‌र्क्स सीट आदि नहीं मिल पा रहा था। मगध यूनिवर्सिटी के वीसी प्रो। कमर अहसन की अध्यक्षता में शिक्षकेत्तर कर्मचारियों और विभिन्न महाविद्यालय के प्रिंसिपल के साथ हुई बैठक में मांगों पर सकारात्मक वार्ता हुई।

मानी गई कर्मचारियों की मांगें

सभी प्रमुख मांगों को स्वीकार करते हुए इस पर अमल की बात वीसी प्रो। कमर अहसन ने कही। जानकारी के मुताबिक शिक्षकेत्तर कर्मचारियों को वेतन में एसीपी का लाभ दिसंबर, ख्0क्म् से लागू हो जाएगा। इससे वेतन मान में पांच हजार रूपये से लेकर दस हजार रूपये तक की वृद्धि हो जाएगी। इसके अलावा अन्य मांगों पर भी विचार किया गया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से रजिस्ट्रार प्रो। एनके शास्त्री व अन्य पदाधिकारी शामिल थे। जबकि वार्ता में शिक्षकेत्तर कर्मचारियों की ओर से प्रक्षेत्रीय अध्यक्ष अनिल शर्मा, प्रक्षेत्रीय मंत्री राजनंदन सिंह, प्रक्षेक्षीय संयुक्त मंत्री अनुज कुमार, गया जिलाध्यक्ष त्रिपुरारी प्रसाद, कोषाध्यक्ष रोहित कुमार और पटना जिला मंत्री कृष्णा सिंह, एनएन कॉलेज पटना के प्रिंसिपल डॉ एसपी शाही, अनुग्रह नारायण मेमोरियल कॉलेज, गया के प्रिंसिपल प्रो। आनंद कुमार, जगजीवन सिंह महाविद्यालय, गया के प्रिंसिपल डॉ सुनील सुमन व अन्य उपस्थित थे।