-मुगलसराय रेलवे स्टेशन पर जीआरपी ने पकड़ा असलहों का जखीरा, पंद्रह पिस्टल के साथ एक युवक को किया गिरफ्तार

-बिहार के मुंगेर से मुरादाबाद ले जा रहा था असलहों का खेप, मेड इन मुंगेर के है सभी पिस्टल

VARANASI : नवरात्र मेले में मौत के खेल का स्क्रिप्ट लिख रहे आतंक के सौदागरों के अरमान को गुरुवार को जीआरपी ने डिरेल्ड कर दिया। बिहार के मुंगेर से वेस्टर्न यूपी में जा रहे मौत के सामान का खेप देखकर एकबारगी पुलिस भी भौंचक रह गई। मुरादाबाद की फिजा को गरमाने की साजिश रच रहे सौदागरों का एक गुर्गा मुगलसराय जीआरपी के हत्थे चढ़ गया। दो अक्टूबर व नवरात्र मेले को लेकर मुगलसराय रेलवे स्टेशन पर जीआरपी की टीम सघन चेकिंग कैम्पेन चलाई थी। प्लेटफॉर्म नंबर पांच पर संदिग्ध सामानों की तलाशी चल रही थी तभी एक युवक भारी संख्या में पुलिसकर्मियों को अपनी तरफ आता देख भागने लगा। लेकिन पुलिस की तगड़ी घेरेबंदी के कारण पकड़ा गया। तलाशी के दौरान उसके पास से एक एयर बैग में कपड़ों में लिपटे मेड इन मुंगेर के पंद्रह पिस्टल व सात खाली मैग्जीन बरामद हुए।

सेकेंड टर्न में नहीं मिली सफलता

मुगलसराय जीआरपी के हत्थे चढ़े युवक का नाम सरजीत सिंह है जो थाना मैनाठेर मुरादाबाद का निवासी है। पूछताछ में सरजीत सिंह ने जीआरपी को बताया कि असलहों का खेप इसके पूर्व भी एक बार ले जा चुका हूं। इस बार सेकेंड टर्न था। मुंगेर से मुरादाबाद लेकर जा रहा था। शाम साढ़े चार बजे की ट्रेन से मुरादाबाद रेलवे स्टेशन जाना था। वहां एक युवक मिलता जिसे असलहों से भरा बैग सौंप देना था।

सिर्फ पांच हजार ने पहुंचाया हवालात

चंद रुपयों की खातिर व जल्द तरक्की की सीढि़यां चढ़ने के लिए अपराध का दामन थामने वाले सरजीत सिंह ने बताया कि असलहों का खेप मुंगेर से मुरादाबाद पहुंचाने के एवज में उसे सिर्फ पांच हजार रुपये मिलते। वह सिर्फ बतौर एजेंट के तौर पर कार्य करता है। जिसे जीआरपी ने आ‌र्म्स एक्ट सहित कई धाराओं में निरूद्ध कर जेल भेज दिया।

पंद्रह पिस्टल में दो नाइन एमएम

मुंगेर से मुरादाबाद की ओर जा रहे असलहों का जखीरा पकड़ने वाली मुगलसराय जीआरपी इसे बड़ी सफलता मान रही है। जीआरपी ने पंद्रह पिस्टल की जांच शुरू की तो उसमें फ्ख् बोर की तेरह पिस्टल व नाइम एमएम की दो पिस्टल निकली। जबकि सात खाली मैग्जीन रहे। बिहार मुंगेर से मुगलसराय के रास्ते खतरनाक हथियार अदर स्टेट्स के लिए सप्लाई हो रहे हैं। यह बयान खुद आरोपी सरबजीत ने जीआरपी को बताई। हालांकि इससे पूर्व भी कई बार हथियारों का जखीरा मुगलसराय रेलवे स्टेशन से पकड़ा गया है।

डेंजरस है गैंग्स ऑफ मुरादाबाद

मुरादाबाद की फिजा हमेशा दंगों से सुलगती रहती है। कुछ माह पूर्व भी मुरादाबाद में कफ्र्यू का माहौल रहा। जीआरपी के हाथ लगे असलहों में सभी खतरनाक हैं। जिसका यूज हाई प्रोफाइल शार्प शूटर्स करते हैं। इन पिस्टल्स से निकली बुलेट से जान बचने की चांसेज कम होती है। पकड़े गए सरजीत सिंह के सहारे जीआरपी बड़े गिरोह के गिरेबान तक पहुंचने की तैयारी में जुट गई है।