विशाल जनसभा में सपा सुप्रीमो ने काला धन और नोटबंदी पर पीएम को घेरा

नौजवानों को पुलिस भर्ती का मौका न दे पाने पर सीएम को गायत्री प्रजापति से दिलाए मा‌र्क्स

BAREILLY:

बरेली की सरजमीं से वेडनसडे को सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने नोट बंदी के मसले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, तो प्रदेश में नौजवानों को पुलिस की भर्ती में मौका न दे पाने पर आड़े हाथों लिया.जीआईसी ग्राउंड में सपा की 'विकास से विजय की ओर' मंडलीय जनसभा को संबोधित कर रहे सपा सुप्रीमो के एक-एक शब्द आगामी विधानसभा चुनाव की रणनीति से बंधे हुए थे। उन्होंने मंच से शिवपाल यादव की तारीफ में कसीदे गढ़े तो उन्हें पार्टी को ऊंचाई पर ले जाने के लिए जरूर भी बताया। साथ ही, प्रदेश सरकार के विकास कार्यो को सपा के पूरा होते वादे बताया।

नोटबंदी पर विपक्ष के तीखे विरोध के चलते ठप हो रही संसद की कार्यवाही के बीच सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने भी पीएम नरेन्द्र मोदी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। वेडनसडे को बरेली के जीआईसी ग्राउंड में सपा की 'विकास से विजय की ओर' मंडलीय विशाल जनसभा हुई, जिसमें सपा मुखिया ने कालाधन व नोटबंदी पर पीएम को जमकर घेरा। कहा देश में कालाधन वाले 100 परिवार हैं,

15 लाख नहीं, 15 रुपए देते

सपा सुप्रीमो ने अपने संबोधन की शुरुआत से ही पीएम को निशाने पर ले लिया। कहा केन्द्र सरकार ने चुनाव से पहले वादा किया था कि कालाधन वसूलकर किसानों को 15-15 लाख रुपए देगी। ढाई साल बाद भी किसी किसान को 15 लाख रुपए न मिले। 15 लाख न सही वादा किया था तो 15 रुपए ही देते। एक साथ न सहीं हर साल 3 लाख रुपए ही देते। लेकिन पीएम के वादे सिवाय झूठ का पुलिंदा कुछ नहीं। पीएम बताएं कितने परिवारों से कालाधन वसूला। एक कालाधन वाला तो पीएम का ही दोस्त है। दिन-रात पीएम के साथ रहता है। उससे वसूली होती तो वह दोस्ती तोड़ देता। सपा सुप्रीमो यही न रूके कहा मोदी साहब आपने जितना जनता को ठगा है, उतना किसी ने नहीं ठगा। भारत की जनता सबसे चतुर है, आगे चुनाव में जवाब देगी। नोटबंदी पर भी तंज मारा कि जनता को कम से कम 6 महीने का समय देते। क्या जरूरत थी ऐसी नोटबंदी की। नोटबंदी की वजह से लोग मर रहे।

किसान-नौजवान परेशान

नोटबंदी के चलते हुए परेशानी पर सपा सुप्रीमो ने कहा कि पता नहीं पीएम को क्या हो गया है। सोचा था गरीब परिवार से हैं तो गरीब, नौजवान, किसान और बेरोजगारों के लिए कुछ करेंगे। लेकिन कोई काम न किया। देश के किसान व व्यापारी परेशान हैं। गरीब किसान बीज-खाद खरीदने को कहां से लाए नए नोट। नए नोट में घपला हो रहा है। सौदेबाजी हो रही है। यह भ्रष्टाचार है। नोटबंदी के इतने दिन बाद भी नए नोट नहंीं छप पाए। अमेरिका किसानों के बूते विकसित हुआ। भारत में भी कर्मठ किसान व बुनकर हैं, लेकिन दोनों ही परेश्ान हैं।

गरीबों का विदेश में इलाज

प्रदेश की जनता को दी गई सौगातों का हवाला देते हुए सपा सुप्रीमो ने कहा कि उनकी सरकार ने पढ़ाई, दवाई और सिंचाई की मुफ्त सुविधा दी है। कैंसर, हार्ट अटैक व किडनी की लाइलाज बीमारियों का मुफ्त इलाज जनता को मिल रहा है, लेकिन फिर भी कुछ साथी ध्यान नहीं दे रहे। गांव के गरीब मरीजों का इलाज नहीं हो पा रहा है। ऐसे मरीजों को दिल्ली के मेदांता हॉस्पिटल में इलाज दिलाएंगे। जरूरत पड़ी तो विदेश में भी इलाज कराएंगे। प्रदेश में किसी भी गरीब की इलाज के बिना मौत न हो यही सपा सरकार का लक्ष्य है।

वादे किए तो पूरा किया

चुनावी वादों पर सपा मुखिया ने बीजेपी के साथ ही कांग्रेस को भी निशाने पर लिया। कहा बीजेपी पर भरोसा न करना। नम्बर 1 पर है झूठ बोलने में। पीएम ने चीन-पाकिस्तान पर भी जनता से झूठ बोला। न चीन से जमीन ले पाए, न पाकिस्तान से कश्मीर। कांग्रेस ने भी वादा कर कभी पूरा न किया। इस देश को किसी ने पीछे धकेला है, तो वह कांग्रेस ही है। सपा ने अपने घोषणापत्र में जो भी वादे किए, उन्हें पूरा किया। सपा की कथनी-करनी में अंतर नहीं। नेताओं से कहा कि जनता के बीच संभलकर बोले। जो वादा करें, उन्हें पूरा जरूर करें।

उर्दू वालों को एक्स्ट्रा नम्बर

अपने भाषण में सपा सुप्रीमो ने नेता-कार्यकर्ताओं को भाषा की अहमियत भी समझाई। वहीं जनता को अंग्रेजी पर दिए पुराने बयान पर भी सफाई दी। कहा वह अंग्रेजी के खिलाफ नहीं है, जो अंग्रेजी पढ़ना चाहें, जरूर पढ़े। लेकिन अंग्रेजी को अनिवार्य बनाने के खिलाफ हैं। जिस देश ने अपनी भाषा को विकसित किया, वह देश विकसित हो गया। भारत में सबसे अहम है हिन्दी-उर्दू। यह दोनों भाषा बहनों की तरह है। उर्दू में लिखने वालों को परीक्षा में 5 नम्बर्स अलग से दिए जाएंगे। ऐसा उनकी सरकार में पहले भी हो चुका है। सपा देश को जोड़ना चाहती है, हम बंटवारा नहीं चाहते।

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