मुल्ला याकूब भी शामिल था

जानकारी के मुताबिक हाल ही में अफगानिस्तान तालिबान में चीफ मुल्ला उमर की मौत की खबर पूरी दुनिया में फैली। ऐसे में अब अफगानिस्तान तालिबान के पद के लिए दावेदार सामने आने लगे थ्ो। वहां पर कई दावेदारों की वजह से ऐसा लगा था कि मानों इसमें आपस में बगावत होने लगेगी। इस पद दावेदारों में मृत मुल्ला मोहम्मद उमर का बेटा 26 साल के मुल्ला याकूब भी शामिल था, लेकिन अफगानिस्तान तालिबान ने मुल्ला मोहम्मद अख्तर मंसूर को इस पद पर नियुक्त किया हैं। अब वह यहां पर नए सरगना के रूप में संगठन का नेतृत्व करेगा। सूत्रों की मानें तो इस पद पर नियुक्ति के दौरान मंसूर का काफी विरोध भी हुआ था और मुल्ला याकूब को नया प्रमुख बनाने की मांग हुई थी। कहा जा रहा है कि मसूंर को मुल्ला उमर की हत्या का साजिश कर्ता माने जाने की वजह से उनका विरोध हो रहा था।

एविएशन मिनिस्टर के पद पर

ऐसे में अफगानिस्तान के इस नए तालिबान चीफ को लेकर कहा जा रहा है कि 1999 में जब इंडियन एयरलाइंस की फ्लाइट IC-814 को हाईजैक किया गया था। यह उस समय का बहुत बड़ा मामला था। जिएमें इसकी इसकी मुख्य भूमिका रही। सबसे खास बात यह है कि उस समय मुल्ला अख्तर मोहम्मद मंसूरअफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे वाली सरकार में सिविल एविएशन मिनिस्टर के पद पर तैनात था। जिसमें इसने तत्कालीन तालिबानी विदेश मंत्री वकील अहमद मुत्तावकील और कंधार पुलिस प्रमुख अख्तर मोहम्मद उस्मानी के साथ मिलकर प्लेन हाईजैक मामले को हैंडल सक्रियता से हैंडल किया था। इस दौरान हाईजैकर्स काठमांडू में मिठाई के एक डब्बे में बंदूक लेकर प्लेन में चढ़े थे।

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