- नगर निगम सिर्फ अंडरग्राउंड पार्किंग के लिए तैयार

- ग्राउंड लेवल पर किसी तरह के कंसट्रक्शन के लिए किया इनकार

- सिर्फ 100 व्हीकल के पार्किंग की ही हो पाएगी व्यवस्था

Meerut : भले ही नगर निगम ने टाउन हॉल में पार्किंग बनाने की मंजूरी दे दी हो, लेकिन वहां पर एमडीए का मल्टी लेवल पार्किंग का सपना चकनाचूर कर दिया है। नगर निगम ने ऐसा पेंच फंसाया है कि निकाले नहीं निकल रहा है। अब एमडीए के अधिकारी निगम के अधिकारियों को मनाने में जुटे हुए हैं। ताकि वहां मल्टी लेवल पार्किंग का प्रोजेक्ट पूरा किया जा सके। गौरतलब है कि ये प्रोजेक्ट प्राधिकरण का महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट है।

सिर्फ अंडर ग्राउंड को ही मंजूरी

नगर निगम ने जो एमडीए को एनओसी में बड़ा ही अजीब सा क्लॉज डाल दिया है। वो ये क्लॉज है कि प्राधिकरण सिर्फ उस लैंड के बेसमेंट में ही सब कुछ कर सकता है। ग्राउंड लेवल उसे खाली छोड़ना पड़ेगा। ग्राउंड लेवल पर किसी भी तरह की कंस्ट्रक्शन करने के लिए साफ इनकार कर दिया है। ऐसा निगम के अधिकारियों ने क्यों किया इसके बारे में दोनों ही डिपार्टमेंट में कोई बोलने को तैयार नहीं है। वैसे एमडीए निगम को ग्राउंड और उससे ऊपर कंस्ट्रक्शन करने के लिए मनाने के प्रयास में जुटा हुआ है।

मल्टी लेवल का सपना टूटा?

अब सवाल ये है कि अगर निगम ग्राउंड लेवल पर परमीशन नहीं देता तो क्या होगा? क्या प्राधिकरण का मल्टी लेवल पार्किंग का सपना टूट जाएगा? मौजूदा समय में तो कुछ ऐसा ही दिखाई दे रहा है। निगम सूत्रों की मानें तो निगम के अधिकारी किसी भी सूरत में एमडीए को परमीशन देने के मूड में नहीं दिखाई दे रहे हैं। ऐसे वहीं प्राधिकरण के पास कोई और लैंड भी नहीं है कि जहां मल्टी लेवल पार्किंग बनाई जा सके।

वरना बढ़ जाएगा ढाई गुना बजट

प्राधिकरण के पास ऑप्शन ये भी है कि अंडरग्राउंड में ही दो या तीन लेवल पार्किंग बनाए, लेकिन इसमें भी कई पेंच हैं। प्राधिकरण अधिकारियों के अनुसार एक लेवल क्00 व्हीकल के लिए अंडरग्राउंड पार्किंग बनाने का खर्च करीब क्0 करोड़ रुपए आएगा। जब हम लेवल दो पर जाएंगे उसका खर्च करीब ढाई गुना बढ़ जाएगा साथ ही पार्किंग भी सिर्फ 70 गाडि़यों की ही हो सकेगी। ऐसे में ये काफी घाटे का सौदा होगा। जब ग्राउंड लेवल से ऊपर कंस्ट्रक्शन करते हैं तो उसकी कॉस्ट ग्राउंड लेवल से फ्0 फीसदी कम हो जाती है। प्राधिकरण चाहता है कि टाउन हॉल में एक अंडर ग्राउंड और ग्राउंड लेवल के साथ दो फ्लोर और ऊपर बनाए जाएं। तभी फायदा हो सकेगा।

नगर निगम ने सिर्फ लैंड के अंडर ग्राउंड में काम करने के लिए कहा है। ग्राउंड लेवल पर किसी तरह की कोई कंस्ट्रक्शन करने के लिए इनकार कर रहा है। हम इस मसले पर निगम के अधिकारियों से बात कर रहे हैं।

- आईएस सिंह, चीफ इंजीनियर, एमडीए