एक और 13 तारीख देश में आतंकी करतूत की गवाह बनी. बुधवार को देश की फाइनेंशियल कैपिटल मुंबई फिर सीरियल ब्लास्ट्स से दहल उठी. साउथ मुंबई के झावेरी बाजार और ओपेरा हाउस (चर्नी रोड) में और मुंबई सेंट्रल के दादर में ये ब्लास्ट सात बजे के करीब हुए. इन ब्लास्ट्स में 20 लोगों के मरने की आशंका है और 113 घायल हुए हैं. ये सभी ब्लास्ट सबसे ज्यादा भीड़भाड़ वाले एरियाज में हुए. होम मिनिस्ट्री ने इन ब्लास्ट्स के टेररिस्ट अटैक होने की पुष्टि की है. इन ब्लास्ट्स ने देश को एक बार फिर 26/11 को हुए टेररिस्ट अटैक्स की याद दिला दी, जिनमें 166 लोग मारे गए थे.

जिंदा बम मिला
अफरा-तफरी भरे माहौल में दादर में लोगों के बीच उस वक्त और दहशत फैल गई जब दादर में जांच दस्ते को एक जिंदा बम मिला.

पीएम ने की बात
पीएम ने इन ब्लास्ट्स के बाद की स्थिति की जानकारी लेने के लिए महाराष्ट्र के चीफ मिनिस्टर पृथ्वीराज चव्हाण से फोन पर बातचीत की. चीफ मिनिस्टर ने बाद में मीडिया से बातचीत में कहा कि घायलों को सेंट जॉर्ज हॉस्पिटल, नायर और केईएम हॉस्पिटल्स में एडमिट कराया गया है.

झावेरी मार्केट (6.55 शाम)
मुंबई से पहले ब्लास्ट की खबर जेवरों के लिए मशहूर झावेरी मार्केट से आई. यहां की प्रसिद्ध खाऊ गली में मुंबा देवी मंदिर के सामने ब्लास्ट हुआ. कहा जा रहा है कि एक्सप्लोसिव एक टिफिन बॉक्स में रखा हुआ था.1993 में भी यहीं ब्लास्ट्स हुए थे.

दादर (6.59 शाम)
इसके कुछ मिनटों बाद दूसरा ब्लास्ट दादर में रेलवे स्टेशन के नजदीक बस स्टॉप के पास खड़ी टैक्सी में हुआ. टैक्सी का नंबर एमएच 43-ए 9384 बताया गया है. इस ब्लास्ट में नजदीक ही खड़ी कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई.

ओपेरा हाउस (7.03 शाम)
अभी लोग इन दोनों जगहों पर ब्लास्ट की खबरों से शॉक्ड थे कि इसके कुछ ही मिनटों के बाद चर्नी रोड स्थित ओपेरा हाउस के प्रसाद चैंबर में ब्लास्ट होने की खबर आई. ब्लास्ट के बाद यहां के हालात काफी नाजुक थे. घायलों को हॉस्पिटल पहुंचाया गया.

Important Points


मुंबई में हुए इन सीरियल ब्लास्ट्स के पीछे इंडियन मुजाहिदीन और लश्कर-ए-तैयबा का हाथ होने का संदेह है.

होम मिनिस्ट्री ने इन ब्लास्ट्स के टेररिस्ट अटैक्स होने की पुष्टि की. पूरे देश में हाई-अलर्ट घोषित कर दिया गया है.

ब्लास्ट्स की खबर मिलते ही मुंबई पुलिस घटनास्थल पर पहुंच गई. शुरुआती छानबीन में पता चला कि आईडी छतरी में रखा था.

यह धमाके मुंबई में 11 जुलाई 2006 को लोकल ट्रेन्स में हुए टेररिस्ट अटैक्स के पांच साल पूरे होने के दो दिन बाद किए गए.

घटना की गंभीरता को देखते हुए नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी और फोरेंसिक एक्सपट्र्स की टीम मुंबई पहुंची.

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