-एक दर्जन कर्मचारियों के एक सप्ताह के वेतन रोकने के दिए निर्देश

-नगरीय विकास मंत्री सुरेश खन्ना ने किया औचक निरीक्षण

 

 

GORAKHPUR: शहर की सफाई व्यवस्था से नाराज नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना ने बुधवार को नगर निगम के संयुक्त नगर आयुक्त सुमित कुमार व सफाई इंस्पेक्टर बिट्टू सिंह को निलंबित कर दिया। गोरखपुर आए नगरीय विकास मंत्री ने शहर की सफाई का औचक निरीक्षण किया तो व्यवस्था की पोल खुल गई। अधिकारियों की लापरवाही से नाराज मंत्री ने जमकर उनकी क्लास ली। नखास से लेकर अलीनगर चौराहे तक उन्होंने पैदल सफाई व्यवस्था का निरीक्षण किया। इस दौरान बजबजाती नालियां, जगह-जगह कूड़े का ढेर और सड़कों व नालियों पर अतिक्रमण देख मंत्री आग बबूला हो गए। अपने सामने उन्होंने नालियों से अतिक्रमण हटाकर सफाई कराई। गंदगी की भरमार देखकर उन्होंने संयुक्त नगर आयुक्त व सफाई निरीक्षक को निलंबित करने के अलावा सफाई कर्मचारियों के एक सप्ताह के वेतन को भी रोक दिया।

 

नहीं चलेगी बहानेबाजी

 

सिटी में फैली अव्यवस्था को देखते हुए उन्होंने अधिकारियों को फटकारते हुए कहा कि यदि काम नहीं कर पा रहे हैं तो हट जाईए, बार-बार बहानेबाजी नहीं चलेगी। अधिकारी नगरीय विकास मंत्री को सफाई दिखाने के लिए गोलघर ले जाना चाहते थे। लेकिन मंत्री ने कहा कि वहां ले चलिए जहां से देवी प्रतिमाएं विसर्जन के लिए जाएंगी। फिर अधिकारी उन्हें लेकर घोष कंपनी और नखास चौराहे पर पहुंचे। इस दौरान उनके साथ नगर विधायक डॉ। राधा मोहन दास अग्रवाल भी उपस्थित थे।

 

अतिक्रमण पर जताई नाराजगी

बक्शीपुर के कृष्णा टाकीज पर नाली पर अतिक्रमण करने वाले होटल व्यावसायी को बुलाकर उन्होंने डांटा और सफाई करवाई। आगे बढ़ने पर देखा कि सड़क की बाईं ओर नाले को बंद कर लोगों ने अतिक्रमण कर दिया है। इस पर उन्होंने नगर आयुक्त से अतिक्रमण हटाकर नाली साफ कराने का निर्देश दिया। नाराजगी जताते हुए उन्होंने कहा कि शहर की सफाई व्यवस्था पटरी पर नहीं आई तो सभी अधिकारियों को निलंबित कर दूंगा और ऐसे ही सफाई होगी तो मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी अतुल कुमार की कोई जरूरत नहीं है। अतुल कुमार का तबादला करने और सफाई कर्मचारियों का वेतन रोकने के निर्देश उन्होंने दे दिया है।