RANCHI: रांची नगर निगम के अधिकारी म्यूनिसिपल एक्ट के तहत टेंडर की प्रक्रिया फालो नहीं कर रहे हैं। ऐसे में जनता के पैसों का मिस यूज हो रहा है। अधिकारी जिसे मर्जी खुद के फायदे के लिए टेंडर दे रहे हैं। जबकि राजधानी के विकास के लिए खर्च किए जाने वाले पैसे जनता के हैं, ये किसी की जागीर नहीं है। शुक्रवार को नगर निगम स्थित अपने आफिस में प्रेस कांफ्रेंस में मेयर आशा लकड़ा ने ये बातें कहीं। उन्होंने कहा कि जन प्रतिनिधि को गुमराह कर टेंडर की प्रक्रिया पूरा किया गया है। मुझे भी ब्राइट न्योन की टेंडर अवधि को बढ़ाए जाने की जानकारी नहीं थी। इसके अलावा अभी एक होर्डिग के साथ सीसीटीवी लगाने के टेंडर में भी न्योन को फायदा पहुंचाने की तैयारी निगम के अधिकारी कर रहे हैं। इस टेंडर में भी कई विसंगतियां मिली हैं, जिसे देखा जा रहा है।

कैंसिल कर सकती हूं टेंडर

मेयर ने कहा कि झारखंड म्यूनिसिपल मैनुअल अकाउंट मैनुअल पार्ट ए के तहत टेंडर के लिए प्रक्रिया पूरी करने को कहा था। लेकिन जो टेंडर प्रक्रिया में और नियमों के अनुसार नहीं है साथ ही उसमें कई विसंगतियां भी हैं। एक्ट के अनुसार ऐसी स्थिति में अध्यक्ष और टेंडर कमिटी को टेंडर रद्द करने का पूरा अधिकार है। चूंकि टेंडर के लिए क्भ् प्रक्रियाएं है और उसमें से म् विषयों को भी प्रोक्योरमेंट कमिटी के सामने आज तक नहीं लाया गया है। ऐसे में अब तक के टेंडरों में नियमों का पालन नहीं किया गया है।

जनप्रतिनिधि को गुमराह कर रहे अफसर

उन्होंने नगर आयुक्त द्वारा पत्र के माध्यम से दिए गए कानून की जानकारी को सही न बताते हुए कहा कि जनप्रतिनिधि टेंडर में हस्तक्षेप कर सकता है। रूल 9क् कहता है कि अगर किसी एजेंसी या कंपनी को कोई काम दिया गया है तो उसका मेंटेनेंस भी तय समय तक कंपनी करेगी। ऐसी स्थिति में किसी दूसरी एजेंसी को मेंटेनेंस का काम नहीं दिया जा सकता है। लेकिन ब्राइट न्योन कंपनी को सूर्या कंपनी द्वारा लगाई गई लाइट पर होर्डिग्स और अन्य करने दिया जा रहा है जो कि नियम संगत नहीं है।