- पार्षद विजेंद्र अग्रहरि ने फिर मेज पर चढ़कर किया हंगामा

- इस बीच आया शोक प्रस्ताव, पार्षदों ने दी सहमति

GORAKHPUR: नगर निगम बोर्ड की बुधवार को हुई 16वीं बैठक भी हंगामे के बाद शोक सभा में तब्दील होकर स्थगित हो गई। बैठक शुरू हुई तो सबसे पहले मेयर डॉ। सत्या पांडेय ने इस बोर्ड के चार साल पूरे होने पर सबको बधाई दी। इसके बाद पिछली कार्यवाही की पुष्टि शुरू होते ही हंगामा शुरू हो गया। पहले की तरह ही पार्षद विजेंद्र अग्रहरि मेज पर चढ़कर प्रोसेडिंग में गलत छपने और केवल खानापूर्ति का आरोप लगाते हुए मेयर से जवाब मांगने लगे। अभी वह हंगामा कर ही रहे थे कि मनोनीत पार्षद शिवाजी शुक्ला ने पूर्व डिप्टी मेयर आल अहमद सरवर के निधन पर शोक प्रस्ताव ला दिया, जिसका समर्थन उपस्थित लगभग सभी सदस्यों ने किया। इस पर मेयर डॉ। सत्या पांडेय ने शोक सभा करके सदन को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया।

प्रोसेडिंग बन रहा बवाल का कारण

नगर निगम की बैठक में सबसे अधिक बवाल प्रोसेडिंग को लेकर हो रहा है। चार दिन पहले हुई कार्यकारिणी की बैठक में भी इसे लेकर सदस्यों ने नाराजगी जाहिर की थी। पार्षद संजय यादव व चंद्रभान प्रजापति ने आरोप लगाया था कि बिना चर्चा ही पथ प्रकाश में पांच लोकल कंपनी को शामिल कर लिया गया है। वहीं बुधवार को भी प्रोसेडिंग को लेकर हंगामा हुआ। विजेंद्र अग्रहरि ने आरोप लगाया कि बैठक में चर्चा होती है तो केवल कोरम पूरा किया जा रहा है। जवाब और निर्णय में लिखा होता है कि बजट अनरूप निर्णय होगा।