- अवैध कत्लखानों पर कार्रवाई के दौरान नगर निगम को आई याद

- अवारा पशुओं को एक ही जगह रखने की शुरू हो रही कवायाद

>BAREILLY: पशु तस्करों पर रोक लगाने के लिए यूपी सरकार ने कान्हा पशु आश्रय योजना शुरू करने जा रही है। योजना में अवारा पशुओं के स्थाई हल के लिए नगर निगम प्रशासन भी गंभीर हो गया है। इसके लिए नगर निगम ने इंडस्ट्रियल एरिया खडौआ में जमीन चिह्नित कर ली है। जिसमें करीब 22 हजार पशुओं को रखा जा सकता है। पिछले दिनों नगर निगम में संपन्न हुई पुनरीक्षित बजट की बैठक में अवैध बूचड़खाने का मामला गूंजा था। जिसके बाद कान्हा पशु आश्रय योजना को बसाए जाने की कवायद तेज हो गई है।

करीब 1 करोड़ रुपए हुए जारी

नगर निगम ने शहर से अवारा पशुओं को बाहर निकालने और गोकशी के मामलों पर रोक लगाने के लिए बनाई गई इस योजना के लिए फौरी तौर पर बजट से 1 करोड़ रुपए की वित्तीय स्वीकृति प्रदान कर दी है। शासन से जारी 1 करोड़ रुपए की किस्त मिलने के साथ ही कान्हा पशु आश्रय योजना को डेवलप किए जाने की रफ्तार तेज कर दी गई है। बता दें कि बरेली जिले में करीब 28 हजार आवारा पशु होने का अनुमान लगाया गया है। जिसमें करीब 6 हजार दुधारू पशु हैं।

यह रहेंगी सुविधाएं

आश्रय योजना में पशुओं को रखने के लिए अलग-अलग शेड, स्वच्छ पानी, चारा, बायोगैस, सौर ऊर्जा, परिसर की बाउंड्रीवाल बनाई जाएगी। पानी के लिए वाटरटैंक और नलकूप लगेगा।

तस्करों से बरामद पशुओं को कान्हा पशु आश्रय में रखा जाएगा। पशु मालिक पर जुर्माना लगेगा। इसके संचालन के लिए एनजीओ की मदद ली जाएगी।

डॉ। आईएस तोमर, मेयर

कान्हा पशु आश्रय योजना के लिए शासन ने 1 करोड़ की पहली किस्त जारी कर दी है। औद्योगिक क्षेत्र खडौआ में जल्द निर्माण शुरू हो जाएगा।

शीलधर सिंह यादव, नगर आयुक्त