नगर निगम के टैक्स वसूली अभियान में पिछड़ने पर संकट

विकासकार्य रुके, कर्मचारियों की सेलरी देने में दिक्कत

>BAREILLY: टैक्स की दरों में फंसकर करदाताओं से वसूली न कर पाने का नगर निगम खामियाजा भुगत रहा है। फंड की कमी, शासन से बजट न मिलना और टैक्स से भी वसूली न होने पर एक ओर जहां शहर के छोटे विकास कार्य अटक गए हैं। वहीं दूसरी ओर निगम कर्मियों की सेलरी पर भी संकट खड़ा हो गया है। हालांकि शासन की ओर से ही निगम कर्मियों की सेलरी की व्यवस्था की जाती है। लेकिन निकायों को टैक्स वसूली में जोर देने व बेहतर रेवेन्यू कलेक्शन के लिए शासन ने शर्त भी रखी है। जिसमें कर्मचारियों की सेलरी के लिए तय टारगेट तक टैक्स वसूला जाना जरूरी है। ऐसे में टैक्स टारगेट में पिछड़ने पर नगर आयुक्त शीलधर सिंह यादव ने चिंता जताई है।

अधिकारियों से ली फंड की रिपोर्ट

नगर आयुक्त ने टैक्स अधिकारियों को टैक्स वसूली अभियान में तेजी लाने के कड़े निर्देश दिए हैं। जिससे शासन की ओर से कर्मचारियों की सेलरी जारी करने में दिक्कत आड़े न आए। वहीं निर्माण विभाग व अकाउंट विभाग के अधिकारियों से निगम के खातों में मौजूद रकम पर भी रिपोर्ट मांगी है। नगर आयुक्त ने अकाउंट ऑफिसर से अवस्थापना निधि, स्टेट फाइनेंस कमीशन और 14वीं फाइनेंस कमीशन के तहत उपलब्ध फंड का ब्योरा मांगा है।

चुनाव तक लटके काम

चुनावी ड्यूटी की जिम्मेदारी और फंड की कमी के चलते नगर निगम में शहर के छोटे व मंझोले स्तर के विकास कार्य व मेंटनेंस वर्क भी अटक गए हैं। शहर के पार्षद अपने वार्ड के सड़क व नाला-नाली से जुड़े निर्माणकार्य कराने को निगम के चक्कर लगा रहे। पिछले एक हफ्ते में करीब आधा दर्जन से ज्यादा पार्षद एक्सईएन से लेकर नगर आयुक्त से निर्माण कार्यो के लिए गुहार लगा चुके हैं। लेकिन फंड की कमी के चलते विकासकार्य चुनाव के रिजल्ट डिक्लेयर होने के बाद ही कराने का आश्वासन दिया गया है।

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तीन महीने से ज्यादा टैक्स वसूली अभियान ठप रहा। निगम का फंड खाली है। इसलिए ही कई विकासकार्य व मेंटनेंस वर्क के लिए बजट नहीं है। टैक्स वसूली न होने से कर्मचारियों की सेलरी देने में भी परेशानी आड़े आ रही है।

- शीलधर सिंह यादव, नगर आयुक्त