नगरायुक्त ने जलकल विभाग में हो रहे भ्रष्टाचार का किया भंडाफोड़

पेट्रोल पंप के बिल से खुलासा, 25 फीसदी रोका भुगतान

Meerut। नगर निगम में फर्जीवाड़े की अजीबोगरीब कहानी सामने आई। जलकल विभाग के कर्मचारियों ने पंपिंग स्टेशन में 24 घंटे बिजली की उपलब्धता के बावजूद भी जनरेटर चलाने के नाम पर बिल बना दिया। फाइनेंस कंट्रोलर की जांच में सामने आया कि बकरीद के दिन भी कर्मचारियों ने जनरेटर में डीजल खपत के नाम पर 75 हजार रूपये का फर्जी बिल पेश कर दिया। इस मामले में पेट्रोल पंप संचालक और कर्मचारियों की मिलीभगत सामने आ रही है। मसले की गंभीरता के मद्देनजर नगर आयुक्त ने जांच के आदेश दे दिए हैं।

ऐसे किया गोरखधंधा

दरअसल, नगर निगम के पंपिंग स्टेशनों पर पानी की आपूर्ति बिजली न होने की दशा में जनरेटर से भी करने की व्यवस्था है। जलकल विभाग के कर्मचारियों ने बकरीद के दिन डीजल खपत के नाम पर 75 हजार रूपये का बिल पेश कर दिया। इस पर लेखा विभाग ने सवाल उठाए। लेखा विभाग के मुताबिक जब बकरीद के दिन निर्बाध बिजली आपूर्ति हुई तो जनरेटर का उपयोग कैसे किया गया। नगर आयुक्त के संज्ञान में मामला पहुंचने पर उन्होंने 25 फीसदी पेमेंट रोकते हुए जांच के आदेश दे दिए। फाइनेंस कंट्रोलर संतोष कुमार को जांच कर जल्द से जल्द रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए हैं।

पेयजल की समस्या

कर्मचारियों के गोरखधंधे और बिल पास न होने से पेट्रोल पंप ने डीजल की आपूर्ति रोक दी। इससे पंपिंग स्टेशन से पानी की आपूर्ति धीमी गति से हो रही है। जिससे शहर में पेयजल की समस्या खड़ी हो गई है। नगर निगम ने डीजल आपूर्ति करने वाले पेट्रोल पंप का 25 फीसदी बिल रोक लिया है। जिससे पेट्रोल पंप मालिक ने डीजल सप्लाई रोक ली।

बिल में गड़बड़ी पाई गई है। इसीलिए पेट्रोल पंप के बिल में कटौती की गई है। जांच के आदेश दिए हैं। यदि गड़बड़ी पाई जाएगी तो सख्त खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

मनोज कुमार चौहान, नगर आयुक्त

तीन चार दिन से पानी की समस्या तो आ रही है। बहुत कम पानी आ रहा है। पहले तेज पानी आ रहा था। लेकिन अब मोटर चलाकर भी पानी का प्रेशर भी नहीं आ रहा है।

नीरज शर्मा

पानी की समस्या तीन चार दिन से ही आ रही है। वैसे तो रोज पानी ठीक आता है। अब पानी का बिल्कुल प्रेशर नहीं आ रहा है। जिसके कारण काफी परेशानी हो रही है।

राजीव त्यागी

पानी की समस्या वैसे तो नहीं रहती है। नगर निगम की सप्लाई ठीक आती है। लेकिन कुछ दिनों से पानी की सप्लाई ठीक नहीं आ रही है। सबमर्सिबल चलाना पड़ रहा है।

सिद्धार्थ कुमार

नगर निगम को मूलभूत सुविधाएं तो ठीक करनी चाहिए। पानी की सप्लाई नहीं ठीक से कर पा रहे हैं। पानी के बिना बहुत मुश्किल होती है। मोटर चलाकर भी पानी की प्रेशर नहीं आ पा रहा है।

राजीव शर्मा