-अभी तक नहीं पकड़े गए मेयर पर हमला करने वाले, एसपी सिटी के निलंबन पर अडे़ मेयर

-नगर निगम में कर्मचारियों की हड़ताल शुरू, पुलिस को तीन दिन की मोहलत

Meerut: महानगर में अवैध होर्डिग अभियान के दौरान मेयर पर हुए हमले का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। घटना के चार दिन बाद भी कोई कार्रवाई न होने से गुस्साए पार्षदों और निगम कर्मचारी काम-काज छोड़ कार्मिक अनशन पर बैठ गए।

नगर निगम में ताला बंदी

मेयर हरिकांत अहलेूवालिया पर हुए हमले के मामले में अभी तक कोई गिरफ्तारी न होने से गुस्साए नगर निगम कर्मचारी काम-काज छोड़ कार्मिक हड़ताल पर बैठ गए हैं। अधिकारिक स्टाफ से लेकर सभी कर्मचारी यूनियन हड़ताल में कूद गई हैं। कर्मचारियों का कहना है कि जब तक मेयर प्रकरण के आरोपियों पर कार्रवाई नहीं की जाती तब तक कॉल ऑफ नहीं किया जाएगा।

पार्षदों भी हड़ताल में शामिल

प्रकरण के चलते नगर निगम में शुरू हुई हड़ताल में कर्मचारियों के साथ पार्षद भी शामिल हो गए हैं। सोमवार दोपहर को कैंप कार्यालय पर जुटे सभी पार्षदों ने प्रकरण में कार्रवाई न होने के विरोध में हड़ताल में कूदने का एलान किया।

तीन दिन की मोहलत

मेयर प्रकरण को लेकर हड़ताल पर उतर आए निगम कर्मचारियों व पार्षदों ने पुलिस प्रशासन को तीन दिन की मोहलत दी है। आक्रोशित पार्षद व कर्मचारियों का कहना है कि यदि तीन दिनों के भीतर आरोपियों पर कार्रवाई नहीं की जाती तो वो निगम को छोड़कर सड़कों पर उतर आएंगे।

पुलिस के सामने रखी तीन मांग

पुलिस प्रशासन के सामने मेयर समर्थित कर्मचारी व पार्षदों ने तीन मांगे रखी हैं। आक्रोशित कर्मचारियों ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि उनकी मांगों को नहीं माना गया तो शहर की सड़कों पर कूड़ा डालकर यातायात को बाधित का दिया जाएगा।

ये तीन मांगे

-मेयर से अभद्रता करने वाले एसपी सिटी का निलंबन

-होर्डिग अभियान के दौरान होर्डिग माफियाओं के खिलाफ दर्ज हुए मुकदमों में कार्रवाई

-पिस्तोल लहराने वाले होर्डिंग माफिया की गिरफ्तारी

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एसपी सिटी के निलंबन पर अडे़ मेयर

घटना के बाद सामने आए एसपी सिटी के निगेटिव रोल को मेयर हरिकांत अहलूवालिया ने प्रतिष्ठा का सवाल बना लिया है। पुलिस-प्रशासन के आला अफसरों के समक्ष यह स्पष्ट कर दिया है कि एसपी सिटी के निलंबन से कम पर किसी भी सूरत में समझौता नहीं किया जा सकता है। आला अधिकारियों के सामने रखी गई तीन मांगों में भी मेयर ने एसपी सिटी के निलंबन की मांग को सबसे ऊपर रखा है, जिससे स्पष्ट होता है कि एसपी सिटी को लेकर मेयर ने अडियल रवैया अख्तियार किया हुआ है।

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यूं तो नरक बन जाएगा शहर

तीन दिनों के भीतर यदि पुलिस प्रशासन यदि आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं कर पाती है तो शहर के हालात असामान्य दिखाई देंगे। सबसे बड़ा असर शहर की सफाई व्यवस्था पर पड़ेगा। निगम सफाई कर्मी कार्य बहिष्कार कर मेयर के समर्थन में हड़ताल पर बैठ गए हैं, जिससे शहर के गली-मुहल्लों का कूड़ा करकट नहीं उठ पाएगा। इसके अलावा सफाई कर्मचारियों ने मांग पूरी न होने पर सड़कों पर कूड़ा डालकर यातायात को बाधित करने की चेतावनी दी है।

पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर रही है। इस मामले में आला अधिकारियों से मिलकर भी कार्रवाई की मांग की जा चुकी है, लेकिन कोई सकारात्मक परिणाम सामने नहीं आया है। जब तक कार्रवाई नहीं की जाती है नगर निगम में हड़ताल रहेगी।

-हरिकांत अहलूवालिया, मेयर

पूरे प्रकरण में समूचा नगर निगम मेयर के साथ खड़ा है। नगर निगम कार्यालय में काम काज बंद कर दिया गया है। आरोपियों पर कार्रवाई न होने तक हड़ताल जारी रहेगी।

अब्दुल समद, नगरायुक्त

मेयर के मान सम्मान को लेकर सभी कर्मचारी साथ आ गए हैं। नगर निगम में हड़ताल शुरू हो गई है। तीन दिन के भीतर गिरफ्तारी नहीं होती तो शहर की सफाई व्यवस्था ठप कर दी जाएगी।

-कैलाश चंदौला, महासचिव सफाई मजूदर संघ

मेयर पर हुआ हमला एक बड़ा मामला है। पुलिस इस प्रकरण को हलके में ले रही है नतीजतन आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जा रहा है। इस मामले में निगम के सभी कर्मचारी मेयर के साथ हैं।

-पंकज चण्डालिया, कर्मचारी नेता

क्या कहते हैं शहरवासी--

मेयर पर दिन दहाड़े हमला हो जाना अपने आप में बड़ी बात है। जब शहर का प्रथम नागरिक ही अपने ही शहर में सुरक्षित नहीं है, तो हम आम नागरिकों की सुरक्षा तो बस भगवान भरोसे है।

-दीपा शर्मा, अजंता कालोनी

महापौर बिल्कुल सही दिशा में काम रहे हैं। पुलिस प्रशासन के इतने ताम झाम के बीच उन पर हमला हो जाना शहर में हो रही गुंडागर्दी का जीता जागता नमूना है। अब शहर में वीआईपी से लेकर आम जन तक कोई सुरक्षित नहीं है।

-काजी शादाब, समाज सेवी

शहर में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं रह गई है। जब शहर के प्रतिनिधियों पर भी हमला हो सकता है, तो आम शहर वासियों को कोई किसी से कोई शिकायत नहीं है।

-गरिमा त्यागी, समाज सेवी

प्रदेश की सरकार ने कानून व्यवस्था को ताक पर रखा है। यही वजह है कि शहर में आम जन से लेकर जनता के पैरोकार तक भी सुरक्षित नहीं हैं। मेयर के हमलावरों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

-जसविंदर सिंह नागपाल, सदर दुर्गाबाड़ी