धनंजय ने दोस्ती बढ़ा ली थी
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LUCKNOW: मुन्ना बजरंगी की बागपत जेल में हत्या के मामले में पुलिस पूर्व सांसद धनंजय सिंह और सुनील राठी के बीच का कनेक्शन तलाश रही है। दरअसल जांच में यह सामने आया है कि मुन्ना बजरंगी ने पूर्व सांसद धनंजय सिंह की सुरक्षा हटवाने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रखा था। चर्चा यह भी है कि मुन्ना ने धनंजय की हत्या की पूरी स्क्रिप्ट रच ली थी जिसे जल्द ही अंजाम दिया जाना था। इसकी भनक लगने के बाद धनंजय ने मुन्ना के गिरोह में सेंधमारी शुरू कर दी। हाल ही में मुन्ना के दो खास गुर्र्गों से धनंजय ने दोस्ती बढ़ा ली थी।

पहले से थी हत्या की तैयारी

पूर्वांचल के माफिया मुन्ना बजरंगी को मारने से पहले सुनील राठी ने काफी तैयारियां की थी। उसने सुबूत मिटाने के लिए भी वे सारे तरीके अपनाए जो आमतौर पर अचानक हुई घटना के बाद अपराधी नहीं करते हैं। उसने मुन्ना को बेहद सलीके से ठिकाने लगाने के बाद फॉरेंसिक सुबूत मिटाने को पिस्टल गटर में फेंक दी और फिर नहाने चला गया ताकि उसके हाथों से फायर आर्म इंजरी के निशान मिट सकें। यह भी पता चला है कि राठी को जेल में पिस्टल सुनियोजित तरीके से पहुंचाई गयी थी। पिस्टल को अलग-अलग हिस्सों में बांटकर टिफिन के जरिए जेल भेजने की बात सामने आ रही है हालांकि अधिकारी इस थ्योरी को न मानकर इसमें जेलकर्मियों की भूमिका की पड़ताल कर रहे हैं।

रात में राठी और बजरंगी ने एक साथ लड़ाए जाम
बागपत जेल में बंद एक प्रत्यक्षदर्शी के मुताबिक, रविवार रात वह खाना खाकर जेल परिसर में टहल रहा था, तभी करीब सवा नौ बजे जेल मेन गेट खुला और बाहर खड़ी एक एंबुलेंस को देखकर ड्यूटी पर मौजूद पुलिसकर्मियों में हड़बड़ी मच गई। एंबुलेंस से डरा-सहमा हुआ मुन्ना बजरंगी नीचे उतरा। कई सुरक्षाकर्मी तलाशी के बाद उसे तन्हाई बैरक की ओर ले गए। इसी बीच विक्की सुन्हैड़ा आया और बजरंगी के गले मिलकर उसका स्वागत किया। बजरंगी को अलग बैरक में ले जाया जाने लगा तो बजरंगी की मांग पर विक्की और बजरंगी को एक बैरक में रखा गया। थोड़ी देर बाद बराबर वाली बैरक से सुनील राठी उनकी बैरक में आया और हंसी-मजाक होने लगा। रात करीब एक बजे तीनों बैरक के बाहर जमकर शराब पी और अपनी अपनी बैरक में सो गये।

कॉल आने के बाद किया हमला
तड़के पांच बजे बैरक खुली तो तीनों बाहर आ गए और चाय का इंतजार कर रहे थे। इसी बीच सुनील की बजरंगी से किसी टेंडर की बात को लेकर कहासुनी हुई। उस समय विक्की ने हस्तक्षेप कर मामले को शांत कराया। इसी बीच सुनील के पास एक कॉल आई और थोड़ी देर बाद सुनील ने पिस्टल से बजरंगी पर हमला बोल दिया। बजरंगी भागा भी, लेकिन गोली लगने से वह गिर गया। सुनील ने एक मैगजीन खाली कर दूसरी मैगजीन डाली और फिर एक के एक बाद एक सभी गोलियां बजरंगी के शरीर में उतार दीं। यह देखकर वहां तैनात एक पुलिसकर्मी भी भाग निकला। इसके बाद सुनील अपनी बैरक में चला गया। बाद में सुनील ने इतना जरूर कहा कि वह मुझे मारने आया था, मैंने उसे मार दिया। प्रत्यक्षदर्शी का दावा है कि सुनील पर पहले से पिस्टल थी।

मिलने वालों की इंट्री नहीं
मुन्ना बजरंगी की बागपत जेल में हत्या के बाद जब आलाधिकारियों ने जांच शुरू की तो पता चला कि सुनील राठी से मिलने आने वालों की जेल रजिस्टर में इंट्री नहीं होती थी। कुछ दिन पहले पूर्वांचल के एक बाहुबली और एक पूर्व सांसद ने उससे जेल में आकर मुलाकात भी की थी हालांकि इसका जेल के रिकॉर्ड में कोई जिक्र नहीं है। यह भी साफ हो चुका कि राठी व उसके साथियों ने मुन्ना के शव की तस्वीरें भी खींची थीं, पुलिस उनके मोबाइल फोन तलाश रही है।   

पूर्वांचल के अपराधियों पर नजर
वहीं दूसरी ओर मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद पुलिस की मुश्किलें कम होने के बजाय बढ़ गयी हैं। दरअसल मुन्ना के परिजनों ने जिन लोगों पर आरोप लगाया है, वे सभी कड़ी सुरक्षा घेरे में रहते हैं। मुन्ना की मौत का बदला लेने के लिए उसके करीबी अब उन्हें निशाना बना सकते हैं लिहाजा एसटीएफ ऐसे सभी अपराधियों पर नजर रख रही है जो दोनों पक्षों के लिए काम करते रहे हैं। वहीं मुख्तार अंसारी और उसके करीबियों पर भी पुलिस ने अपनी निगहबानी बढ़ा दी है ताकि वह कोई वारदात अंजाम न दे सकें।

राठी की जेल बदलने की तैयारी

बागपत जेल में माफिया मुन्ना बजरंगी की हत्या के आरोपित सुनील राठी की जेल बदले जाने की तैयारी है। कारागार मुख्यालय स्तर पर राठी को बागपत जेल से दूसरे कारागार में स्थानांतरित किए जाने का प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है, जिसे जल्द शासन को भेजा जाएगा। माना जा रहा है कि राठी को लखनऊ जिला कारागार अथवा डासना जेल में रखा जाएगा।

सीबीआई जांच की याचिका खारिज

इलाहाबाद हाईकोर्ट ने मुन्ना बजरंगी की सुरक्षा की मांग में दाखिल याचिका खारिज कर दी है। साथ ही बागपत जेल में हुई उसकी हत्या की सीबीआई जांच और परिवारीजन को मुआवजे की मांग भी ठुकरा दी है। हालांकि कोर्ट ने परिवारीजन को डिवीजन बेंच में याचिका नए सिरे से दाखिल करने की छूट दी है। मुन्ना बजरंगी की वकील स्वाती अग्रवाल का दावा है कि मुन्ना की पत्नी और भाई की तरफ से एक नई याचिका सोमवार तक दाखिल होगी।

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