- एक मनचले ने लड़की को छेड़ा, विरोध पर कर दिया कत्ल

- लड़की के पिता को बेस बॉल के डंडे से मारकर मार डाला

- विरोध में इलाके के लोगों ने की तोड़फोड़, दो गिरफ्तार

- पुलिस की पकड़ से अभी दो आरोपी हैं फरार, तलाश जारी

Meerut। शहर में मनचले पर कोई रोक नहीं है। पुलिस या प्रशासन भी नकारा साबित हो रही है। ऐसे में क्रिमिनल्स के हौसले तो बुलंद होंगे ही। इसका नतीजा है कि गंगानगर में छेड़खानी का विरोध करने पर पिता को बेस बॉल के डंडों से मार डाला। पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया, जबकि दो आरोपी फरार हैं। मंगलवार को पब्लिक ने आरोपियों के घर जमकर तोड़फोड़ की।

यह था मामला

इंचौली थाना एरिया के गंगानगर एम ब्लॉक में डॉ। इंद्रेश पराशर पुत्र सुखबीर शर्मा परिवार के साथ रहते थे। इनका परीक्षितगढ़ में क्लीनिक है। आरोप है कि पड़ोस में रहने वाले अश्वनी के तीनों बेटे नीशू, राहुल और मोनू इंद्रेश की बेटी से छेड़खानी करते थे। उसे आते-जाते परेशान करते थे। सोमवार को जब इंद्रेश अपने घर पहुंचे तो बेटी की शिकायत पर छेड़खानी करने वाले युवकों से बातचीत करने पहुंचे। जहां तीनों आरोपी जिम में मौजूद थे। जैसे ही इंद्रेश ने इनसे इस संबंध में बात की तो तीनों ने उन पर बेस बॉल के डंडों और लोहे की सरिया से वार किया। घायल इंद्रेश को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी मौत हो गई थी।

अब ये हुआ

इस मामले में रातभर पुलिस खेल करती रही। मामला गंभीर होने के कारण पुलिस ने नीशू व उसके पिता को गिरफ्तार कर लिया था, जिसमें अभी दो आरोपी भाई राहुल और मोनू फरार हैं। इनकी तलाश के लिए दबिश दी गई, लेकिन हाथ नहीं आए। वहीं इस केस के बाद पब्लिक में जमकर गुस्सा नजर आया, जिसमें इकट्ठा होकर आरोपियों के घर पहुंची गुस्साई पब्लिक ने हमला बोल दिया। पब्लिक ने आरोपियों के घर में घुसकर जमकर तोड़फोड़ की।

पहले से ही रिकॉर्ड है बेकार

आरोपियों को लेकर आसपास के लोगों जबरदस्त गुस्सा था। इसके चलते इस घर में जमकर तोड़फोड़ की गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह पब्लिक को काबू किया। कार्रवाई के आश्वासन के बाद मामला शांत हुआ। पब्लिक का कहना है कि यह मकान फूलबाग कॉलोनी में रहने वाले उदयबीर का है। मकान मालिक से इन युवकों के बारे में पहले भी शिकायत की गई थी। इसके बावजूद मकान खाली नहीं कराया गया। तीनों भाई कॉलोनी में लड़कियों के साथ पहले से ही छेड़खानी करते रहे हैं। आरोप है कि ये लोग इस मकान में गलत काम भी करते थे।

पुलिस से अच्छे लिंक

पब्लिक का कहना है कि पुलिस वाले आरोपियों के घर आते-जाते थे, जिनका पुलिस से अच्छा लिंक है। इंद्रेश के मर्डर के बाद आरोपी राहुल को पुलिस ने ही घर से भगाया था। राहुल ही वह आरोपी है जो मृतक डॉक्टर की ग्यारहवीं कक्षा में पढ़ने वाली बेटी से छेड़खानी करता था। वह अपने भाई मोनू के साथ फरार है। इस पूरे केस में पुलिस भी कमजोर नजर आ रही है। शायद वह आरोपियों से अपने रिश्ते निभाने में लगी है।

हौसले बढ़ रहे हैं

एक तरफ अपराध बढ़ रहे हैं और दूसरी तरफ नेता ही ऐसे बयान दे रहे हैं तो क्रिमिनल्स के हौसले खुद ही बढ़ जाएंगे। किसी की बहन बेटी सुरक्षित नहीं रहेगी। कोई किसी की बेटी या बहन को छेड़ेगा और क्रिमिनल्स के खिलाफ कुछ नहीं होगा तो यह बड़ी समस्या है। परिवार किसी का भी हो और सुरक्षित नहीं होगा तो ऐसी सरकार का कोई फायदा नहीं है।

- डॉ। रजनीश भारद्वाज

इस वक्त लॉ एंड ऑर्डर जैसी कोई चीज नहीं हैं। पैसा देकर थाने के इंचार्ज बने हुए हैं। अपराध रोकें या ना रोकें उनका कुछ नहीं बिगड़ा सकता। लड़कियों की बात तो दूर अब शादीशुदा महिलाएं भी सुरक्षित नहीं हैं। गंगानगर वाले मामले में पुलिस चौकी चंद कदम की दूरी पर है। अगर पुलिस कुछ करती तो कुछ नहीं होता। इसके लिए कुछ ना कुछ तो करना पड़ेगा।

- अतुल शर्मा, संचालिका सामाजिक संस्था संकल्प

होगी कड़ी कार्रवाई

इस केस में दो अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया है। दो बाकी हैं। जिनकी तलाश जारी है। आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा। साथ ही कोई और भी इस मामले में इन्वॉल्व होता है तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई होगी।

- एमएम बेग, एसपी देहात