JAMSHEDPUR: चोरी गए पत्नी के मोबाइल फोन को देने घर पहुंचे बदमाशों ने चाकू घोंपकर पति वीरेंद्र कुमार शर्मा की जान ले ली। पति पर हमला होते देखकर दूसरी पत्‍‌नी जीनत निशा बीच-बचाव करने गई तो बदमाशों ने उस पर भी चाकू से हमला कर दिया। घायल महिला को इलाज के लिए एमजीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वारदात ताजनगर कपाली में शुक्रवार की रात घटी। घटना को अंजाम देने के बाद बदमाश मोटरसाइकिल पर सवार होकर फरार हो गए। वीरेंद्र के भाई आरोप लगाया है कि हत्या उसकी दूसरी पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर कराई है।

दो दिन पहले फोन की हुई थी चोरी

जीनत निशा ने बताया कि उनके पति ड्राइवर थे और वह दूसरों के घरों में काम करती है। दो दिन पहले उसका मोबाइल फोन चोरी हो गया था। शुक्रवार को उसके मोबाइल से किसी आसिफ नामक के युवक उसकी मालकिन के पास फोन किया। बताया कि मोबाइल उसके पास है और शाम साढ़े सात बजे जीनत के घर पर मोबाइल पहुंचा देने की बात कही। साढ़े सात बजे के बाद युवक ने फिर फोन कर रहा कि वह रात 11.30 बजे मोबाइल पहुंचा देगा। जीनत के अनुसार वह सारी बातें पति को बताया। पति ने कहा आने दो उसे देख लेंगे। इसके बाद 11:30 बजे एक बाइक पर सवार होकर तीन बदमाश आए उसमें से एक युवक घर के अंदर आया जबकि दो बाहर ही रह गए। दरवाजे पर आने वाला जैकेट, टोपी पहना था और मुंह को रूमाल से बांधा हुआ था। उसने पति से दरवाजा खोलने को कहा। दरवाजा खोलते ही मेरे पति ने उसे पकड़ने की कोशिश की। इस पर उसने चादर से पति को ढक दिया और ताबड़तोड़ चाकू से वार करना शुरू कर दिया। इससे पति गंभीर रूप से घायल हो गए। घायल होने के बावजूद मेरे पति ने कहा कि दरवाजा बंद कर पुलिस को बुलओ। जब मैं दरवाजा बंद करने लगी तो आरोपित ने मेरे हाथ व पेट पर चाकू मारकर फरार हो गया। महिला के अनुसार उसने 100 नंबर पर फोन किया। फोन करने के आधे घंटे के बाद पुलिस पहुंची और पति व मुझे अस्पताल लाने लगी, लेकिन अत्यधिक रक्त निकलने के कारण पति ने रास्ते में ही दम तोड़ दी।

एक मिस कॉल से हो गया प्यार

सिदगोड़ा थाना अंतर्गत बागुनहातू डी ब्लाक निवासी वीरेंद्र कुमार शर्मा शादी-शुदा थे। उसके दो बेटे हैं जो पहली पत्‍‌नी मंजू शर्मा के साथ रहते हैं। वीरेंद्र अपने परिवार को एक मिस कॉल के कारण छोड़ दिया था। अब उन्हें अपनी जान गंवानी पड़ी। जानकारी के अनुसार वीरेंद्र कुमार शर्मा के मोबाइल पर वर्ष 2012 में एक मिस कॉल आया था। जब उन्होंने उस नंबर पर कॉल किया तो उनकी बातचीत जीनत निशा हुई। तब यह जानकारी हुई थी कि वह आजादनगर में रहती है और फिलहाल दरभंगा में रह रही है। दोनों में फोन पर बात होती रही। फोन पर ही दोनों में ऐसा प्यार जगा कि जीनत निशा 2012 में ही दरभंगा से जमशेदपुर आ गयी और बागुनहातु स्थित एक मंदिर में वीरेंद्र के साथ शादी कर ली। शादी के बाद दोनों एक अलग किराए के मकान में रहने लगे। जब यह बात पहली पत्‍‌नी व परिजन को हुई तो जमकर हो हंगामा व मारपीट हुई। इसके बाद दोनों बागुनहातु से ताजनगर कपाली चले गए। इसके बावजूद वीरेंद्र शर्मा अपने मूल आवास बागुनहातु आता-जाता रहता था। इसके बाद 2015 से वह अपना घर परिवार पूरी तरह छोड़ दिया और कपाली में ही रहने लगा। इस दौरान उसे जीनत निशा से तीन बच्चे हुए। एक लड़की जोया परवीन (5 वर्ष), साइका परवीन (4 वर्ष) व मो। आसिफ (ढाई साल) हुआ।

परिजन का आरोप दूसरी पत्‍‌नी ने कराई हत्या

घटना की जानकारी जब मृतक के परिजन को हुई तो बस्तीवासियों के साथ एमजीएम अस्पताल पहुंचे। एमजीएम अस्पताल में मृतक के भाई आलोक शर्मा ने बताया कि जीनत निशा ने ही मेरे भाई को अपने दूसरे प्रेमी के साथ मिलकर हत्या करवा दी। उसने पुलिस ने अनुरोध किया कि महिला से कड़ाई से पूछने पर चाकू मारने वाले के बारे में जानकारी मिल सकती है।