-कैंट के भोलापुर हिंडोलिया मंगलवार रात हुई वारदात

-भैंस चोरी कर भागते वक्त गांव वालों पकड़ा, तीन फरार

BAREILLY: कैंट के भोलापुर हिंडोलिया में मंगलवार रात भैंस चोरी कर भाग रहे 4 चोरों में से एक चोर को गांव वालों ने पकड़ लिया। गांव वालों ने उसकी पिटाई की और तीन घंटे बाद यूपी 100 की पीआरवी के हवाले कर दिया। उसके बाद कथित चोर ने कोई नशीली दवा खा ली, जिसके बाद उसकी तबीयत बिगड़ गई। पीआरवी पर तैनात पुलिसकर्मियों ने उसे डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में एडमिट कराया, जहां उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण आंत और किडनी फटना आया है। पुलिस ने साथी चोरों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया है। वहीं पुलिस ने भैंस मालिक की तहरीर पर भैंस चोरी की एफआईआर दजर्1 की है।

मोहल्ले के युवकों के साथ गया

मृतक की पहचान ठिरिया निजावत खां कैंट निवासी 20 वर्षीय शाहरुख खां के रूप में हुई है। उसके पिता का नाम नत्थू खां है। वह कढ़ाई-सिलाई का काम करता था। वह ज्यादातर दुबई, सूरत व अन्य शहरों में रहते थे। वह करीब 20 दिन पहले बरेली आया था। शाहरुख के भाई फिरोज खां ने बताया कि मंगलवार रात शाहरुख को मोहल्ले का माजिद अली, पप्पू व एक अन्य बुलाकर ले गए थे। तीनों आरोपी क्रिमिनल टाइप के हैं और भैंस चोरी भी करते हैं। जब रात में उसका भाई वापस नहीं आया तो उसकी तलाश की। उसके साथियों के घर में जाकर देखा तो वह भी घर पर नहीं मिले। उसका भाई कभी भी चोरी नहीं कर सकता है।

सुबह पीआरवी से मिली सूचना

फिरोज खां ने बताया कि उसे लगा कि सुबह तक भाई आ जाएगा, लेकिन सुबह उसके पास पीआरवी के मोबाइल नंबर से फोन आया कि आपका भाई जिला अस्पताल में भर्ती है। सूचना पर वहां पहुंचा तो हॉस्पिटल में गंभीर हालत में एडमिट था। जब भाई से बात की तो उसने बताया कि शाम को माजिद, पप्पू व अन्य बुलाकर लेकर गए थे। माजिद ने उसे कुछ नशीली दवाएं भी दी थीं और कहा था कि यदि पकड़े जाएं तो यह खा लेना। रात में करीब ढाई बजे एक भैंस चोरी कर ली लेकिन गांव वाले जाग गए। गांव वालों ने पीछा किया तो माजिद, पप्पू व अन्य भाग गए लेकिन उसे गांव वालों ने पकड़ लिया और मारपीट की। यही नहीं उसने दवाइयां भी खा लीं। सुबह करीब 10 बजे इलाज के दौरान भाई की मौत हो गई।

तीन चोर मौका पाकर फरार

वहीं दूसरी ओर गांव के गजेंद्र पाल ने बताया कि उसके पास दो भैंस हैं। रात में एक भैंस चोरी हो गई। रात में उसके परिजन जाग रहे थे कि तभी भतीजे कृष्णपाल ने शोर मचाया तो सभी लोग जाग गए और चोरों का पीछा शुरू कर दिया। मेरे साथ में मुकेश, मुकेश पाल, सोमपाल और वीरेंद्र भी थे। तीन चोर भैंस छोड़कर भाग गए लेकिन एक चोर को पकड़ लिया गया। उसे पकड़कर गांव में लाए तो हम लोगों व गांव वालों ने मारपीट की। उसने अपने साथियों के नाम भी बताए और उसके बाद पीआरवी को सूचना दी। पीआरवी उसे हॉस्पिटल लेकर गई जहां उसकी मौत हो गई।

वारदात के 5 सवाल

-भैंस मालिक की मानें तो उसने पिटाई नहीं की लेकिन गांव वालों ने उसकी पिटाई की। उसने कोई नशीली दवाई खा ली थी, तो क्या रास्ते में पुलिस की मौजूदगी में उसकी पिटाई हुई, जिससे उसकी हालत बिगड़ी

-जब चोर को रात में करीब 3 बजे पकड़ लिया गया लेकिन तीन घंटे बाद सुबह 6 बजे पुलिस को सूचना क्यों दी गई, इस पर गांव वालों का कहना है कि गांव वाले फोन नहीं करने दे रहे थे और उन्हें मौका भी नहीं मिला

- तीन चोर नकटिया नदी से तैर कर फरार हो गए लेकिन शाहरुख नदी में फंस गया। वह आधा अंदर घुसा था, जिसके चलते वह बाहर निकल आया, लेकिन ऐसे में सवाल है कि वह पहले कैसे गांव में पहुंचा

-पुलिस ने हत्या और भैंस चोरी की दो एफआईआर दर्ज की हैं, जिनमें शाहरुख के साथियों को ही आरोपी बनाया, जबकि गांव वालों के नाम अज्ञात में रखे हैं, जबकि पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया है

-भाई का कहना है कि शाहरुख चोरी नहीं कर सकता है लेकिन आखिर वह दोस्तों के साथ क्यों गया। जबकि उसके घरवालों ने मना भी किया था और जिन साथियों के साथ गया था यदि वह चोर नहीं थे तो वारदात के बाद से फरार क्यों हो गए हैं

गांव वालों ने एक चोर की पकड़कर पिटाई कर दी। इलाज के दौरान मौत हो गई। एफआईआर दर्ज कर जांच कर साथी चोरों की तलाश की जा रही है।

अभिनंदन सिंह, एसपी सिटी