-देवरनियां में बाइक से गिरे युवक को सब्जी रखने के लिए छोड़ गए

-जब दोबारा बाइक से गिरा तो फिर रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया

BAREILLY: देवरनियां में 2 नवंबर को हत्या के बाद शव को ट्रैक पर फेंके जाने के मामले पुलिस ने खुलासा किया है। हत्या का मामला बेहद अजीबोगरीब है, जिसमें आरोपी युवक हादसे में घायल व्यक्ति को बचाने का प्रयास करता है। इलाज के लिए वह उसे बाइक से हॉस्पिटल ले जाता है। इस दौरान नशे में धुत घायल उसे गालियां देता रहा, जिससे नाराज होकर उसने बाइक से धक्का दे दिया। सिर में दोबारा चोट लगने से उसकी मौत हो गई। पूरे घटनाक्रम में खुद को फंसता देख आरोपी युवक ने डेडबॉडी को ठिकाने लगाने के लिए रेलवे लाइन पर फेंक आया था। ताकि, मौत ट्रेन की चपेट में आने से प्रतीत हो। फिलहाल, आरोपी पुलिस की गिरफ्त में है और गुनाह कुबूल कर चुका है।

पत्‍‌नी ने जताया था शक

पुलिस के मुताबिक 3 नवंबर को कनमन गांव के पास ओशो हॉस्पिटल के सामने मोहनपुर देवरनियां निवासी 40 वर्षीय चंद्रपाल पुत्र पुत्तूलाल का शव रेलवे ट्रैक पर मिला था। पुलिस इसे रेलवे हादसा मान रही थी, लेकिन गेटमैन ने किसी शख्स को शव ट्रैक पर फेंकने की बात बताई थी। जिसके बाद पुलिस ने मर्डर की धाराओं में एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू की थी। पुलिस जांच में चंद्रपाल की पत्‍‌नी ने गांव के मनोज कुमार पर शक जताया, क्योंकि वह न तो वहां वारदात स्थल पर गया था और न ही घर पर आया था, जबकि पूरा गांव पहुंचा था।

नाबालिग ने खोला राज

पुलिस ने शक के आधार पर मनोज से पूछताछ की तो उसने चंद्रपाल के साथ जाने से साफ इनकार कर दिया। इसी दौरान पुलिस को एक शख्स ने बताया कि गांव के 15 वर्षीय हरीश ने चंद्रपाल के साथ जाने की बात बताई है। जिसके बाद पुलिस ने हरीश से पूछताछ की तो उसने बताया कि मनोज और उसके साथ चंद्रपाल वापस बाइक पर आया था। जब पुलिस ने मनोज का हरीश से आमना-सामना कराया तो मनोज ने सारी सच्चाई कबूल कर ली।

बाइक पर पीछे बैठा था

मनोज ने पुलिस को बताया कि 3 नवंबर को उसकी बेटी का नामकरण था। वह 2 नवंबर की शाम को मार्केट से सब्जी लेने गया था। वह साथ में हरीश को लेकर गया था। मार्केट से उसने बोरी भरकर सब्जी खरीदी और वापस बाइक से घर लौट रहा था। मार्केट में ही चंद्रपाल मिला। चंद्रपाल शराब के नशे में था, उसने साथ चलने के लिए कहा। उसने पहले मना किया लेकिन बाद में उसे बाइक पर पीछे बैठा लिया। उसके बाद रास्ते में 4 पौवे शराब के खरीदे और तीनों ने मिलकर शराब भी पी।

वापस जाने पर नहीं मिला

मनोज के मुताबिक वह तेज बाइक चलाकर ला रहा था। रास्ते में करनपुर ढाल के पास ब्रेकर पर झटका लगने से बाइक डिसबैलेंस होकर स्लिप हो गई। इससे चंद्रपाल के सिर में चोट लग गई। उसने चंद्रपाल को रोड साइड बैठा दिया और हरीश को लेकर सब्जी रखने के लिए घर आ गया। घर पर सब्जी रखने के बाद वह हरीश के साथ वापस मौके पर पहुंचा तो वहां पर चंद्रपाल नहीं मिला तो वह फिर से हरीश को लेकर घर वापस आ गया।

गुस्से में दे दिया धक्का

एक बार फिर उसके मन में आया कि कहीं चंद्रपाल के साथ कुछ हो तो नहीं गया है, तो वह फिर से मौके पर पहुंचा और चंद्रपाल की तलाश की। चंद्रपाल उसे रोड किनारे नाले में पड़ा मिला। उसने किसी तरह से चंद्रपाल को बाइक पर पीछे बैठाया और उसे पास के ओशो हॉस्पिटल ले जाने लगा। वह हॉस्पिटल के पास तक पहुंच गया लेकिन चंद्रपाल लगातार शराब के नशे में उसे गालियां दे रहा था। इससे गुस्से में आकर उसने चंद्रपाल को बाइक से धक्का दे दिया। चंद्रपाल के सिर में फिर से चोट लगी और उसकी मौत हो गई। उसने पुलिस से बचने के लिए चंद्रपाल के शव को रेलवे ट्रैक पर डाल दिया। ताकि लगे कि ट्रेन से कटकर उसकी मौत हुई है।

रेलवे ट्रैक पर लाश फेंकने के मामले का खुलासा कर दिया है। हादसे में घायल को छोड़कर सब्जी रखने चले गए थे। मेन आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।

डॉ। सतीश कुमार, एसपी रूरल