-आधा घंटा ग्राउंड में बेहोश पड़ा रहा था, किसी ने नहीं पहुंचाया हॉस्पिटल

-हत्या के प्रयास के आरोपी मोनू मच्छर को पुलिस ने नहीं किया था गिरफ्तार

बरेली-सुभाषनगर के मढ़ीनाथ में फौजी के बेटे रवि की हत्या के मामले में पुलिस और पब्लिक दोनों की बड़ी लापरवाही सामने आयी है। दोनों अपनी जिम्मेदारी सही से निभाते तो शायद उसकी जान भी बच सकती थी। एक तरफ हत्यारोपी मोनू मच्छर ने अपने 3 साथियों के साथ कोतवाली एरिया में सिटी सब्जी मंडी के पास 3 लोगों पर चाकू से हमला किया था, लेकिन पुलिस ने उसे एक महीने बाद भी गिरफ्तार नहीं किया था। दूसरी ओर मोनू मच्छर के हमले से घायल रवि करीब आधा घंटा तक ग्राउंड में बेहोशी की हालत में पड़ा रहा, लेकिन किसी ने न तो उसे हॉस्पिटल पहुंचाया और न ही पुलिस को सूचना दी। जब तक सूचना दी गई, तब तक काफी देर हो चुकी थी।

डंडे से किया था हमला

बता दें कि गणेशनगर निवासी रवि मंडे को बेहोशी की हालत में वंशीनगला के ग्राउंड में पड़ा मिला था। पुलिस जांच में आया कि गुल्ली गिरने की जगह को लेकर उसका मोनू मच्छर व उसके साथियों से झगड़ा हो गया था। गुस्से में मोनू मच्छर ने उस पर डंडे से हमला कर दिया था। पुलिस उसकी तलाश में जुटी है। पुलिस वीडियो फुटेज भी तलाश कर रही है, जिसे झगड़े के दौरान मौके पर मौजूद लोगों ने बनाया था। पुलिस जांच में आया कि 2 जनवरी की रात में मोनू मच्छर ने अपने साथियों मनीष यादव, सोनू, सुरेश यादव के साथ मिलकर अशोक नगर निवासी राकेश गुप्ता के बेटे मुकेश पर चाकू से हमला कर दिया था। उसके बाद से सभी आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं। एसएचओ सुभाषनगर हरीश चंद्र जोशी का कहना है कि मोनू मच्छर की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।