-गुस्साए परिजनों ने तीन बार लगाया जाम, वित्त मंत्री के घर के बाहर भी प्रदर्शन

-शराब पीने का विरोध करने पर तीन युवकों ने गली में खींचने के बाद मारे चाकू

BAREILLY: वित्तमंत्री के घर से चंद कदम की दूरी पर फ्राइडे रात कालीबाड़ी में युवक की चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई। हत्या का आरोप मोहल्ले के ही तीन युवकों पर लगा है, जो उसके दोस्त भी बताए जा रहे है। युवकों ने हत्या इस बात पर कर दी, क्योंकि युवक ने उन्हें घर के बाहर बैठकर शराब पीने से मना किया था। पुलिस ने रात में ही चेकिंग के दौरान दो हत्यारोपियों को गिरफ्तार कर लिया। सैटरडे सुबह परिजनों ने आरोपियों की गिरफ्तारी और मुआवजे की मांग को लेकर हंगामा कर दिया और शव सड़क पर रखकर जाम लगा दिया। दो बार लोग पुलिस के समझाने से मान गए, लेकिन तीसरी बार शव को वित्त मंत्री के घर के बाहर ही रख दिया। जिसके बाद मौके पर मजिस्ट्रेट पहुंचे और नियमों के तहत मुआवजा दिलाने का आश्वासन देकर परिजनों को शांत किया।

बहन के घर से लाया चाकू

25 वर्षीय नन्हा पुत्र किशनलाल कालीबाड़ी में वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल के घर से कुछ दूरी पर ही रहता है। वह टॉफी-बिस्कुट कंपनी में फेरी लगाता था। वह दो भाइयों में बड़ा था। परिजनों के मुताबिक नन्हा फ्राइडे रात किसी पार्टी से घर लौटा था। उसके घर के गेट पर ही बैठकर मोहल्ले के विक्की, नरेंद्र उर्फ छोटू ओर श्याम शराब पी रहे थे। नन्हा ने तीनों को घर के बाहर शराब पीने से मना किया तो तीनों ने उसके साथ मारपीट शुरू कर दी और उसे पास की गली में खींचकर ले गए। यहां पर विक्की अपनी बहन निधी पत्‍‌नी ललित के घर से चाकू ले आया और नन्हा पर ताबड़तोड़ वार कर दिए। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। तीनों आरोपी उसे मौके पर छोड़कर फरार हो गए। वह किसी तरह घर पहुंचा और फिर परिजनों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने उसे तुरंत डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में एडमिट कराया, लेकिन सैटरडे सुबह साढ़े 7 बजे उसकी मौत हो गई।

पब्लिक की मदद से पकड़े हत्यारे

हत्या के बाद छोटू और श्याम बुलेट बाइक से फरार हो रहे थे। इसकी सूचना किसी ने कोतवाली इंस्पेक्टर गीतेश कपिल को दी तो वह अयूब खां चौराहा पर पुलिस टीम के साथ खड़े हो गए। दोनों अयूब खां पर पहुंचे लेकिन पुलिस को देखकर बुलेट छोड़कर भागने लगे। इसी दौरान वहां मौजूद दो युवकों ने हिम्मत दिखाते हुए एक युवक को पकड़ लिया और दूसरे को पुलिस ने पकड़ लिया। पुलिस पूछताछ में युवकों ने अपने नाम छोटू और श्याम बताया। उन्हें कोतवाली ले जाया गया और फिर बारादरी पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया, लेकिन विक्की का कोई सुराग नहीं लगा है।

पुलिस के समझाने पर माने

नन्हा को जब हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था तो उसके शरीर पर चाकू के आधा दर्जन से अधिक वार थे लेकिन उसकी हालत ठीक थी लेकिन रात में उसकी तबीयत अचानक खराब हो गई और सुबह उसकी मौत हो गई। जिसके बाद परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा। परिजनों ने सुबह ही आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए रास्ता बंद कर दिया, लेकिन पुलिस ने किसी तरह परिजनों को शांत किया और शव को डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल से पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। दोपहर में जैसे ही पोस्टमार्टम के बाद शव घर पहुंचा तो परिजनों ने घर के सामने कालीबाड़ी में रोड पर शव को रखकर जाम लगा दिया। परिजनों की मांग थी कि विक्की बहन और बहनोई के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई और मुआवजे की मांग की। पुलिस ने किसी तरह उन्हें शांत कर दिया तो लोगों ने शव साइड में कर लिया।

पुलिस-प्रशासन में मचा हड़कंप

पुलिस को लगा कि अब परिजन मान गए हैं और शव शांत हो गया है लेकिन करीब 20 मिनट बाद फिर से परिजनों ने शव को वित्त मंत्री के घर के बाहर रख दिया। वित्त मंत्री के घर के बाहर शव रखने पर तुरंत हड़कंप मच गया। पुलिस-प्रशासन के अधिकारी भी हरकत में आ गए। कई थानों की फोर्स बुलाई गई, लेकिन परिजनों की पुलिस से धक्का मुक्की हो गई। उसके बाद मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में परिजनों को मुआवजे का आश्वासन दिया गया तो सभी शांत हुए।

विक्की पहले भी जा चुका जेल

प्रदर्शन करने वालों का गुस्सा विक्की पर झलक रहा था। लोगों का आरोप था कि विक्की मोहल्ले की एक लड़की से छेड़छाड़ में जेल जा चुका है। उसने एक श्याम बाबू नाम के युवक को भी चाकू मारा था, लेकिन पुलिस ने रुपए लेकर उसे छोड़ दिया था। उसका बहनोई के पिता भी हिस्ट्रीशीटर रहे हैं। उसने बहन-बहनोई की मदद से ही हत्या की है, क्योंकि बहन चाकू न देती तो शायद हत्या न होती।

युवक की शराब पीने को लेकर विवाद में चाकू से गोदकर हत्या की गई है। तीन लोगों पर आरोप है, जिसमें से दो युवकों को गिरफ्तार कर लिया गया है।

सुभाष चंद गंगवार, प्रभारी एसपी सिटी/एसपी ट्रैफिक