सीमांत की हत्या के पीछे की कहानी जो बताई गयी है उसपर उसके घर वालों को भरोसा नहीं है। इंदल के चाचा दिलीप कुमार सिंह ने बताया कि सीमांत छह महीने बाद भोपाल से आया था। किसी लड़की के बारे में हमें जानकारी नहीं। हमलोगों ने तो सीमांत को इंदल साह के बेटे के साथ जाते देखा था। गंभीर हालत में उसके ही घर में मिला। आखिर उसकी इतनी बुरी तरह पिटाई क्यों की गयी। यहां तक कि हमारे जाने पर भी दरवाजा नहीं खोला जा रहा था। अगर हमें पता नहीं चलता तो मरने के बाद लाश को भी ठिकाने लगाने की प्लानिंग थी। प्लांड तरीके से सीमांत की हत्या की गयी है। यह कहना कि रंगबाजी शांत कर दिया यह बताता है कि पहले से ही सीमांत को मारने की तैयारी की गयी थी.

इंजीनियर और चोर !
इंदल साह और उसके बेटों ने सीमांत को घर में पकड़कर पीटना शुरू किया। जब बात सामने आई तो इंदल साह और उसके परिवार के लोगों ने पुलिस को बताया कि उन्हें लगा कि घर में चोर आ गया है। चोर समझकर ही पीटा। इंदल की पत्नी ने भी पुलिस को यही बयान दिया कि चोर समझकर मारा गया। अगर चोर भी था तो इतना क्यों पीटा की उसकी जान ही चली गयी। सीमांत और इंदल के घर आसपास ही हैं। एक दूसरे को जानते थे फिर भी उसे चोर समझकर पीटा। यह बात कुछ हजम नहीं होती। ऐसा था तो जब उसे पकड़ लिया था गया तब पुलिस को खबर दी जा सकती थी। चार लोगों को नामजद किया गया जबकि इस मामले में पूरी फैमिली शामिल थी।

दोस्त ने खोले राज
इधर पुलिस की मानें तो इस हत्या के पीछे इंदल की बेटी और मृतक सीमांत के बीच प्रेम प्रसंग था। इसका खुलासा सीमांत के दोस्त अभिषेक ने पुलिस के समक्ष किया। पहले तो अभिषेक ने पुलिस को कुछ नहीं बताया था लेकिन बाद में जब पुलिस ने थाने ले जाकर पूछताछ की तो उसने बताया कि वह सीमांत के घर गया था।

कुछ दिनों पहले हुई थी मारपीट
दूसरी ओर पुलिस को इंदल की बेटी ने बताया कि वह सीमांत को नहीं जानती। अभिषेक भी भोपाल में इंजीनियरिंग कर रहा है। लेकिन पुलिस को उसने पहले बताया था कि वर्ष 2009 के बाद देखा ही नहीं है। अभिषेक के पिता विनोद सिंह हैं और कुछ महीने पहले इंदल साह और विनोद के परिवार में मारपीट हुई थी। सीमांत के पीटे जाने की इंफार्मेशन भी विनोद सिंह ने ही उसके घर वालों को दी थी.

हत्या के पीछे तीन सवाल
फैमिली का आरोप : घर से बुलाकर ले गए और पीट कर मार डाला.
आरोपियों ने कहा : चोर समझ कर की पिटाई तो गई जान.
दोस्त का खुलासा : सीमांत का था लव अफयेर.