-औरैया बॉर्डर पर अज्ञात बदमाशों ने बस में घुसकर बरसाई ताबड़तोड़ गोलियां

-चार गोलियां मारी गईं, दो सिर में व दो छाती में, मौके पर ही हुई मौत

-वारदात के पीछे बहू का हाथ होने की आशंका, मामले की जांच जारी

क्राइम सीन

शम्मी कोहली मंडे नाइट करीब साढ़े ग्यारह बजे सुल्तानगंज चौराहे से वॉल्वो बस में सवार हुई थीं। उनका बेटा उन्हें बस तक छोडऩे गया था। उनके नाम से बस में दो सीटें बुक थीं। बताया जा रहा है कि दो बदमाश बस के अंदर सवार थे, जबकि दो बस का शुरू से ही पीछा कर रहे थे। रात करीब डेढ़ बजे बस औरैया बार्डर  स्थित कंचन ढाबे पर रुकी। बस में से ड्राइवर और कंडक्टर नीचे उतरे। इसी दौरान हथियारों से लैस दो बदमाश बस में घुस गए। उन्होंने बस में अपनी सीट पर सो रही शम्मी कोहली पर  ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। मौके पर ही शम्मी कोहली ने मौके पर ही  दम तोड़ दिया। हत्या को अंजाम देने के बाद बदमाश फरार हो गए।

गोलियों की आवाज से दहशत

गोलियों की आवाज सुनकर वहां दहशत फैल गई। किसी को कुछ समझ में नहीं आ रहा था। इससे पहले कोई कुछ समझता, बदमाश फरार हो चुके थे। लोगों की सूचना पर पुलिस ऑफिसर्स मौके पर पहुंच गए और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

 कांट्रेक्ट किलर पर शक

जिस तरह से वारदात को अंजाम दिया गया, उससे जाहिर होता है कि वारदात करने वाले हत्यारे किराए के थे। शम्मी कोहली के लखनऊ जाने के प्रोग्राम के बारे में उनके परिजनों और कुछ परिचितों को ही जानकारी थी। पुलिस ने आशंका जताई है कि जिस तरह से वारदात को अंजाम दिया गया, उससे जाहिर है कि हत्यारे घर से ही उन्हें फोलो कर रहे थे। वारदात करने की जगह पहले से ही तय कर ली गई थी। ताकि वहां से आसानी से फरार हुआ जा सके।

राजनीति में था दखल

शम्मी कोहली पिछले कई दशकों से राजनीति में अच्छा दखल रखती थीं। उनके मंत्रियों व सूबे के बड़े राजनीतिक नामों से अच्छी खासी घनिष्ठता बताई जाती है। सपा को सूबे में पूर्ण बहुमत मिलने के बाद शम्मी के घर पर जश्न जैसा माहौल था। बताया जा रहा है कि वह लखनऊ किसी बड़े नेता से मिलने जा रही थीं। इसके अलावा सूबे के कई वरिष्ठ पुलिस ऑफिसर्स से भी इनके अच्छे संबंध बताए जा रहे हैं। सपा के कद्दावर नेता से सबसे ज्यादा थे उनके करीबी रिश्ते थे। कई राजनीतिक पार्टियों के दिग्गजों से इनके संबंध रहे। विवादों से हमेशा चोली-दामन का साथ भी रहा। दो साल पहले अपनी बहू से झगड़े के चलते ये लाइमलाइट में रही थीं। कई बड़े क्रिमिनिल्स से शम्मी के तार समय समय पर जुड़ते रहे हैं।

कौन थी मकतूल

म्मी कोहली, उम्र करीब 53 साल। हाल का पता, जी-557, कमला नगर। शम्मी कोहली सिटी में जाना पहचाना नाम थीं। करीब दो दशक पहले लॉटरी के काउंटर्स को लेकर ये सुर्खियों में आईं। इस दौरान कई क्रिमिनल्स से इनकी नजदीकियां बढ़ी। उनके संपर्क में आते ही वह दबंग बनीं। साल 1999 में उन्होंने राजनीति की दुनिया में कदम रखा और निर्दलीय चुनाव लड़ा। हालांकि, चुनाव में वह जीत नहीं सकी। इसके बाद जमीनों पर अवैध कब्जे, क्रिमिनल्स को शेल्टर देने के कई आरोप लगे। हत्या और हत्या के प्रयास जैसे संगीन आरोपों का भी इन्हें सामना करना पड़ा। कई राजनीतिक दिग्गजों से इनके संबंधों की खूब चर्चा रही। साल 2009 में बहू प्रीति कोहली के बगावत के चलते ये फिर से सुर्खियों में आईं। साल 2010 में अपने नाती के अपहरण के आरोप में ये तिहाड़ जेल में बंद रहीं। साल 2011 में गौरव मर्डर केस में ये 15 दिन के लिए जेल गईं। उसके बाद से ये जमानत पर थीं।

क्यों बनाया गया निशाना?

शम्मी कोहली के मर्डर का कारण अब तक स्पष्ट नहीं हो पाया है। हालांकि, पुलिस ने तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इसमें बहू प्रीति कोहली, नितिन गुप्ता और मोहित भारद्वाज का नाम शामिल है। इन तीनों से इसकी पुरानी रंजिश बताई जा रही है।

कौन है मोहित? 

मोहित भारद्वाज कभी शम्मी कोहली का काफी नजदीकी हुआ करता था। उसकी बहू प्रीति कोहली  का मामला प्रकाश में आने के बाद मोहित ने ही शम्मी कोहली का साथ दिया था। बाद में मोहित ने प्रीति के प्रेमी के भाई गौरव का मर्डर किया था। इसमें शम्मी कोहली और मोहित भारद्वाज के नाम मुकदमा दर्ज हुआ था और दोनों को जेल भी हुई थी।

मोहित हुआ नामजद

मोहित बिजली कांट्रेक्टर था। सोर्सेज की माने तो उसे बिजली के कई बड़े ठेके दिलाने में शम्मी कोहली का हाथ था। कुछ दिन पहले मोहित को जेल भेजा गया था। उस पर न्यू आगरा थाने में मारपीट का मामला दर्ज किया गया था और उसे जेल भेज दिया गया था। करीब एक हफ्ते के बाद उसे जमानत पर रिहा किया गया। मोहित शादीशुदा और दो बच्चों का पिता भी है। लेकिन, अब शम्मी कोहली के मर्डर के बाद मोहित को भी हत्या में नामजद किया गया है।

शम्मी का क्राइम कनेक्शन

शम्मी कोहली के क्राइम की दुनिया से भी कनेक्शन था। ये बात जग जाहिर थी कि शहर के बड़े क्रिमिनल्स मंजीत सिंह, पप्पू जैट, अमित आर्या, मुन्ना तिवारी और मोहित भारद्वाज से शम्मी के नजदीकी रिश्ते रहे हैं। इसके अलावा शम्मी पर कई आपराधिक मामले भी चल रहे थी। इनमें हत्या, हत्या का प्रयास और अपहरण जैसे मामले मुख्य हैं।

लाइमलाइट में रहना था पसंद

शम्मी कोहली को लाइमलाइट में रखना काफी पसंद था। हर राजनीतिक पार्टी के कद्दावर नेताओं से इनके अच्छे संबंध थे। कई पूर्व मुख्यमंत्रियों से इनकी नजदीकी चर्चा का विषय रही।

बहू से था गहरा विवाद

ईयर 2010 में शम्मी कोहली के ऊपर बहू और उसके प्रेमी ने दिल्ली के बसंत बिहार से नाती माहिर के किडनैप होने का मुकदमा दर्ज करवा दिया था। नाती के किडनैप के मामले में शम्मी कोहली और उसके बेटे नितिन कोहली को दिल्ली पुलिस ने अरेस्ट कर तिहाड़ जेल भेज था। अपहरण के मामले में शम्मी कोहली करीब दस महीने तक जेल में रही थी।