-मृतका के घायल बेटे की तहरीर पर चार लोगों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या की रिपोर्ट दर्ज

PRAYAGRAJ: दबंगों ने आंगनबाड़ी केंद्र पर तैनात सहायिका माधुरी देवी (55) की पीट-पीट कर हत्या कर दी। अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। वह बेरहमी से बेटे की पिटाई देख उसे बचाने गई थी। उसके बेटे को छोड़ कर दबंग उसी के लिए काल बन गए। घटना नवाबगंज थाना क्षेत्र के हिनाहू गांव में शनिवार रात की है। मृतका के घायल बेटे की तहरीर पर पुलिस ने प्रधान पति और उसके तीन भाइयों समेत चार लोगों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर जांच में जुट गई है।

ग्रामीणों को देख भागे हमलावर

हिनाहू गांव निवासी राजाराम शुक्ल की तीन वर्ष पहले हार्टअटैक से मौत हो गई थी। उसकी मौत के बाद परिवार की जिम्मेदारी पत्‍‌नी माधुरी देवी पर आ गई। माधुरी आंगनबाड़ी केंद्र पर सहायिका के पद तैनात थी। पुलिस के मुताबिक माधुरी का गांव के राम कृष्ण मिश्र उर्फ झल्लर से जमीन पर कब्जे को लेकर विवाद है। शनिवार देर रात माधुरी का बेटा पंकज उर्फ ¨मटू आलापुर बाजार से पैदल घर लौट रहा था। आरोप है कि पंकज को प्रधान के पति संजय त्रिपाठी एवं उनके तीन भाइयों ने उसे रोक लिया। कहना था कि वे उन्हें गाली दे रहा था। यह बात उन्हें राम कृष्ण ने बताई है। इस बात पर विवाद बढ़ा और संजय अपने भाइयों के साथ पंकज की पिटाई करने लगा। बेटे पंकज की चीख सुन कर मां माधुरी बचाने के लिए दौड़ पड़ी। मौके पर पहुंचते ही हमलावर पंकज को छोड़ की उसकी मां माधुरी पर टूट पड़े। बेरहमी से पिटाई के कारण वह गंभीर रूप से जख्मी हो गई। गुहार सुन ग्रामीण दौड़ पड़े। लोगों को आते देख हमलावर फरार हो गए। दबंगों की चंगुल से छूटा पंकज मां को लेकर घर गांव की तरफ भागा। इतने में सूचना पर नवाबगंज पुलिस भी पहुंच गई।

पिटाई से महिला की मौत होने की बात कही जा रही है। उसके बेटे की तहरीर पर चार लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है। मामला जमीन के विवाद से संबंधित बताया जाया जा रहा है।

-शिवाजी शुक्ला, एएसपी पश्चिमी

सूचना पर पहुंची पुलिस

पुलिस ने घायल माधुरी को इलाज के लिए एनटीपीसी हॉस्पिटल ऊंचाहार भेज दी। वहां चिकित्सकों ने माधुरी को मृत घोषित कर दिया। मौत की खबर सुनते ही परिजनों में कोहराम मच गया। दोपहर करीब 12 बजे पंकज का सीएचसी कुंडा में मेडिकल कराया गया। इसके बाद पंकज की तहरीर पुलिस ने प्रधान पति संजय कुमार त्रिपाठी व उनके भाई संजीव त्रिपाठी, प्रदीप त्रिपाठी व राजीव त्रिपाठी पुत्रगण स्व। अरुण त्रिपाठी के खिलाफ गैर इरादतन हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।