रानीपोखरी के होम एकेडमी स्कूल में बच्चे की मौत का मामला

पुलिस जांच में हुआ चौंकाने वाला खुलासा, एफआईआर हत्या में कनवर्ट

दो सीनियर छात्र हत्या और प्रबंधन के दो पदाधिकारी साजिश में गिरफ्तार

देहरादून

रानीपोखरी के भोगपुर के जिस होम एकेडमी स्कूल में दो सप्ताह पहले 7वीं के बच्चे की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत हुई थी, असल में वह मर्डर निकला. मामले की जांच में सामने आया कि बच्चे ने स्कूल के पास एक दुकान से 5 रुपए का बिस्कुट का पैकेट चुरा लिया था. दुकान वाले की शिकायत पर स्कूल के ही दो सीनियर स्टूडेंट्स ने मासूम को लात-घूंसों से बेहरमी से पीटा. जिससे बच्चे को इंटर्नल इंजरी हो गई और रात को खाना खाने के बाद वोमेट करते हुए उसने दम तोड़ दिया. प्रबंधन ने मामले को छिपाने का प्रयास किया और पुलिस को भी गुमराह करते हुए फूड प्वॉयजनिंग बताया था. पोस्टमार्टम रिपोर्ट और पुलिस की जांच में बच्चे के साथ मारपीट की बात सामने आने पर पुलिस ने हत्या के आरोप में दो सीनियर छात्रों को अरेस्ट कर बाल सुधार गृह भेज दिया. इस वारदात में शह देने वाले स्कूल प्रबंधन के दो पदाधिकारियों को भी साजिश में शामिल मानते हुए हिरासत में लिया है.

मामला 10 मार्च का है. रानी पोखरी थाना इलाके में भोगपुर स्थित होम एकेडमी बोर्डिग स्कूल का है. स्कूल अनाथ और गरीब बच्चों के रेजिडेंशियल स्कूल के रूप में एक संस्थान द्वारा संचालित किया जाता है. यहां चर्च भी है. स्कूल की 7वीं कक्षा में पढ़ने वाले स्टूडेंट वासु यादव की संडे रात संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी. स्कूल प्रबंधन ने खाना खाने के बाद वोमेटिंग होने की बात कही थी. स्कूल प्रबंधन बच्चे को अस्पताल भी ले गया था. बच्चे की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत की सूचना पर पुलिस ने शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम कराया था. पोस्टमार्टम में बच्चे के शरीर में इंटर्नल इंजरी की बात सामने आई तो पुलिस ने गोपनीय तरीके से जांच शुरू की. स्कूल प्रबंधन ने मामले को दबाने की कोशिश की. इसी बीच मौत के तीन दिन बाद बाल आयोग की अध्यक्ष भी स्कूल पहुंच गई और पूरे मामले की निष्पक्ष जांच के निर्देश दिए थे.

चर्च में ही बच्चे को बेरहमी से पीटा

पुलिस जांच में सामने आया कि संडे को वासु रबर बैंड लेने स्कूल के बाहर स्थित एक दुकान पर गया था. वहां से लौटा तो दुकानदार का बेटा पीछे-पीछे स्कूल में आ गया. उस समय स्कूल कैंपस में स्थित चर्च में प्रार्थना चल रही थी, सभी बच्चे और प्रबंधन से जुड़े लोग वहां मौजूद थे. दुकानदार के बेटे ने वासु के खिलाफ बिस्कुट चुराने की शिकायत की. वासु की तलाशी ली गई तो उसके पास बिस्कुट का पैकेट मिला. इस पर स्कूल प्रबंधन से जुड़े लोगों की शह पर दो सीनियर स्टूडेंट्स ने कथित रूप से वासु के कपड़े उतारे और सबके सामने बेहरमी से पीटा गया. पेट में घूंसे और लातें मारी गई. नीचे गिरने से उसके सिर पर भी चोट आई. इंटर्नली उसे गंभीर चोटें पहुंची. इसके बाद से ही उसकी तबियत बिगड़ गई. रात को खाना खाने के बाद वोमेटिंग हुई और अस्पताल ले जाते समय उसकी मौत हो गई.

ऐसे खुला केस

इस मामले में बच्चे के पिता ने उसके सिर पर पट्टी बंधी होने और मारपीट की आशंका प्रकट की थी. पुलिस को जांच के लिए तहरीर भी दी थी. दो दिन बाद बाल आयोग की अध्यक्ष ने स्कूल पहुंच की निष्पक्ष जांच के आदेश दिये और पुलिस से पोस्टमार्टम रिपोर्ट मांगी थी. मामले में बाल आयोग के इंटरफेयर के बाद पुलिस जांच में तेजी आई. रानीपोखरी थाना इंचार्ज पीडी भट्ट ने स्कूल पहुंच कर बच्चों और प्रबंधन के अलग-अलग बयान दर्ज किए. इसी बीच स्कूल के कुछ बच्चों ने सच्चाई उगल दी. पुलिस ने मामले की जांच में हत्या की धारा जोड़ते हुए दो नाबालिग सीनियर स्टूडेंट्स को हत्या और स्कूल प्रबंधन के दो पदाधिकारियों को साजिश में शामिल मानकर अरेस्ट किया है.