-पोंगहट एसटीपी कंपाउंड में गैंगरेप के बाद युवती का मर्डर, पहचान छिपाने के लिए जलाया

-रात में एसटीपी की बाउंड्री को पार करते देखा गया, एक बाइक पर आए थे तीन युवक

ALLAHABAD: पूरे प्रदेश को दहला देने वाले लखनऊ के मोहनलाल में हुए रेप एंड मर्डर केस के ठीक एक साल बाद इलाहाबाद में ऐसा ही मामला सामने आया है। धूमनगंज के भागलपुर घाट के समीप सुनसान इलाके में पड़ने वाले पोंगहट एसटीपी कंपाउंड में शनिवार रात हैवानों ने गैंगरेप के बाद युवती का मर्डर कर दिया। पहचान छिपाने के लिए निर्वस्त्र युवती के शरीर पर ज्वलनशील पदार्थ छिड़ककर आग लगा दी गई। रविवार सुबह एसटीपी के बिजली कर्मचारी ने महिला का जला हुआ शव देखा तो पुलिस को खबर दी। पुलिस ने आसपास के इलाके के लोगों को बुलाया, लेकिन युवती की पहचान नहीं हो सकी। पुलिस को पूछताछ में पता चला है कि युवती को रात में सात से आठ बजे के बीच एसटीपी की दीवार के नीचे से भीतर जाते हुए देखा गया था। इसके बाद बाइक से तीन युवक भी आए थे। रात में लोगों ने एसटीपी कपाउंड से आग की लपटें भी उठती देखी थीं, लेकिन उसे नजरअंदाज कर दिया गया।

विवाहित थी युवती

युवती विवाहित थी। उसके पांव में बिछिया और हाथ में चूडि़यां थीं। दाहिने हाथ में चार और बाएं में कांच की तीन चूडि़यां थीं। नाक में कील थी और पांव में आलता भी लगा हुआ था। युवती की उम्र फ्0 से फ्भ् वर्ष के आसपास बताई जा रही है। पहचान न होने के कारण रविवार को युवती का पोस्टमार्टम नहीं हो सका। मौका-ए-वारदात पर मिले सुबूतों से साफ है कि गैंगरेप के बाद मर्डर वहीं किया गया। युवती को ऐसी जगह बुलाया गया था, जहां लोगों का आनाजाना कम ही होता है। एसटीपी कपाउंड के आसपास आबादी नहीं है। सड़क भी कुछ दूर है। सड़क मरियाडीह गांव तक जाती है।

आग लगाने के लिए ऊपर से डाले थे कपड़े

युवती की हत्या गला घोंटकर की गई या मुंह दबाकर, अब इसका पता मंगलवार को पोस्टमार्टम के बाद चल सकेगा। हालांकि यह स्पष्ट है कि मौत के वक्त उसके शरीर पर कपड़े नहीं थे। शरीर के ऊपरी हिस्से पर कपड़े रखकर आग लगाई गई थी। युवती ने कपड़े पहने होते तो आग के बाद वह शरीर से चिपक जाते। रेप के सुबूत और पहचान छिपाने की पूरी कोशिश की गई। युवती के प्राइवेट पार्ट के साथ ही चेहरे को भी जला दिया गया था।

लाइनमैन ने दी थी खबर

पुलिस को खबर सुबह सात बजे खबर एसटीपी के लाइनमैन लल्लू ने दी थी। युवती के मर्डर की खबर मिलने के बाद एसपी सिटी राजेश यादव, सीओ सिविल लाइंस सचिंद्र पटेल, इंस्पेक्टर धूमनगंज महेंद्र सिंह देव मौके पर पहुंचे। युवती के शव के पास ही काले रंग की एक जोड़ी लेडीज चप्पलें भी मिली हैं। पास ही कुछ कपड़े मिले हैं जो युवती के हो सकते हैं। हालात इशारा करते हैं कि युवती एसटीपी तक अपनी मर्जी से आई थी, लेकिन उसके साथ वहां जबर्दस्ती की गई थी।

सिगरेट के टुकड़े, माचिस की डिब्बी और केन मिला

शव के पास ही पुलिस को सिगरेट के जले हुए टुकड़े, माचिस की डिब्बी और एक केन मिला है। केन में पीले रंग के लिक्विड के अंश मिले हैं। आशंका है कि केन में ज्वलनशील पदार्थ युवती को जलाने के लिए लाया गया होगा। पदार्थ कौन-सा था, यह जांच के बाद ही पता चल सकेगा। मौके पर पहुंचे फोरेंसिक टीम के प्रभारी प्रेम नारायण भारती ने आसपास मिले सुबूत एकत्र किए।

नहीं किया फोरेंसिक टीम का इंतजार

पुलिस बॉडी को पोस्टमार्टम हाउस भिजवाने की हड़बड़ी में दिखी। बॉडी को फोरेंसिक टीम के पहुंचने के पहले ही सील कर पीएम हाउस भिजवा दिया गया। फोरेंसिक टीम जब मौके पर पहुंची तब तक बॉडी पीएम हाउस पहुंच चुकी थी।

बाहर की तो नहीं थी युवती

आशंका है कि युवती आसपास की नहीं है। वह किसी दूसरे इलाके की हो सकती है। वह क्यों और किससे मिलने आई थी, इस बारे में पुलिस के हाथ अब तक कोई सुराग नहीं लग सका है।

युवती के मौत की वजह पोस्टमार्टम के बाद ही क्लीयर हो सकेगी। पहचान की भी कोशिश की जा रही है। आसपास के जिलों के थानों से मिसिंग महिलाओं की डिटेल मांगी गई है।

राजेश यादव, एसपी सिटी

इस सवालों के चाहिए जवाब

- एसटीपी में कर्मचारी रहते हैं लेकिन किसी ने चीख नहीं सुनी

- रात में लपटें उठती दिखी तो पुलिस को क्यों नहीं बताया गया

- पुलिस के सामने बोलने से क्यों कतरा रहे हैं लोकल लोग, युवक लोकल तो नहीं

-युवती एसटीपी कपाउंड तक कैसे पहुंची, इसका पता क्यों नहीं लगाया गया

-एसटीपी के पास बाइक के पहियों के निशान क्यों नहीं लिए गए

-एसटीपी में जाते हुए तो लोग दिखे, लेकिन निकलते क्यों नहीं दिखे