-लोगों ने जाग लगाकर निकाला गुस्सा, पुलिस के समझाने पर माने

ALLAHABAD:

मीट कारोबारी के मर्डर के बाद जमकर बवाल हुआ। कत्ल की खबर जैसे ही अटाला में फैली, लोग नूरउल्ला रोड बैरियर के पास सड़क पर उतर आए। सुबह 10 बजे ही जाम लगा दिया गया जिससे राहगीरों को काफी दिक्कत हुई। महाशिवरात्रि पर जाम की खबर मिलते ही पुलिस के हाथ पांव फूल गए। सीओ फ‌र्स्ट रूपेश सिंह, सीओ सेकेंड राजवीर सिंह कई थानों की फोर्स के साथ स्पॉट पर पहुंच गए।

कातिलों को अरेस्ट करने पर अड़े

लोग इस बात पर अड़े थे कि कातिलों को तुरंत अरेस्ट किया जाए। इसी के बाद जाम खुलेगा। लोगों को मनाने में पुलिस के पसीने छूट गए। किसी तरह जाम खुलवाकर डेडबॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेजवाया गया। जब फैमिली के लोग डेडबॉडी को लेकर लौटे तभी नूरउल्ला रोड पर फिर से जाम लगा दिया गया। पुलिस ने फैमिली वालों से पूछा कि जिस पर शक है, उसके खिलाफ तहरीर दें। फैमिली के लोगों ने नईम व आलम पर शक जताया। दोनों सहारनपुर के रहने वाले हैं और फिलहाल अटाला में रहकर मीट का करोबार करते हैं। शिकायत के बाद पुलिस ने दोनों को हिरासत में ले लिया। इसके बाद डेडबॉडी को कब्रिस्तान भेजवाया गया।

सेलफोन से ही खुलेगा राज

मर्डर की गुत्थी अब भी उलझी हुई है। पुलिस ने शानू के सेलफोन का भी कॉल डिटेल रिकार्ड निकलवाया है। इसी के बाद साफ हो सकेगा कि उसकी आखिरी बार किससे बात हुई थी। इस बात की भी आशंका से इंकार नहीं किया जा रहा है कि उसको फोन करके बुलाया गया हो और मौत के घाट उतार दिया गया हो। सुबूत छिपाने के लिए सेलफोन को गायब कर दिया गया हो।

लूट तो नहीं था मकसद

शानू के कत्ल की वजह लूट तो नहीं थी। उसका सिर्फ सेलफोन ही गायब था। अगर मकसद लूट होता तो बाइक व पर्स भी छीना जाता। पुलिस को इस बात का भी शक है कि कत्ल में किसी करीबी का भी हाथ हो सकता है। देर रात तक नईम व आलम से पूछताछ होती रही। दोनों खुद को बेकसूर बताते रहे।