मिले चोट के कई निशान

कपसेठी के कालिका बाजार स्थित तारापुर का रहने वाला आनंद सिंह अपने छोटे भाई अमित के साथ महमूरगंज में किराये पर रहता था। सोनभद्र में एक कॉलेज से ग्रैजुएशन करने के साथ-साथ आनंद महमूरगंज में ही एक प्राइवेट कम्पनी में जॉब भी करता था। पिता प्रदीप कुमार सिंह कानपुर में एक डिग्री कॉलेज में क्लर्क हैं। आनंद की मां रेनू से पिता प्रदीप ने कुछ दिनों पहले तलाक ले लिया था। इसके बाद उन्होंने कानपुर की अनसुइया नामक महिला से शादी कर ली। इसके बाद दोनों बच्चों का पालन-पोषण आनंद के चाचा गुलाब सिंह ने किया। मंगलवार की सुबह आनंद की लाश को रेल ट्रैक पर पड़ी देख गांव वालों ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव के पास पड़े आई कार्ड से मृत युवक की शिनाख्त आनंद के रूप में कर परिजनों को सूचना दी।

पहले भी हुआ था हमला

पुलिस के बुलावे पर मौके पर पहुंचे आनंद के चाचा गुलाब सिंह ने शव की शिनाख्त की। आनंद के सिर पर चाकू से तीन वार के निशान मिले जबकि कनपटी के बाई ओर एक सुराख था। पुलिस के मुताबिक ये हादसा है या हत्या, ये पीएम रिपोर्ट आने के बाद साफ होगा। लेकिन गुलाब सिंह का आरोप है कि आनंद की सौतेली मां अनसुइया ने जमीन में अपनी हिस्सेदारी न देने पर उसने आनंद की हत्या कराई है। गुलाब ने पुलिस को बताया है कि सोमवार की रात आनंद ने कैंट से अपनी चाची को फोन किया था। फोन पर उसने बताया था कि तीन चार लोग उसे मारने के लिए उसका पीछा कर रहे हैं। उसके बाद फोन कट गया था। इस पर उसके मोबाइल फोन पर कॉल किया गया तो उसका स्वीच अॅाफ बताने लगा। इससे पहले भी आनंद पर कुछ लोगों ने हमला किया था और उसे मारपीट कर मिर्जापुर अहरौरा के जंगलों में फेंक कर चले गए थे। उस वक्त पुलिस ने इसकी कंप्लेन लिखने से इनकार कर दिया था। गुलाब के आरोपों के आधार पर पुलिस आनंद की सौतेली मां से पूछताछ करने की बात कह रही है।