केवल 40 हजार रुपयों के लिए संतोष वर्मा की हत्या
 अगर पुलिस की मानें, तो अलंकार ज्वेलर्स के ओनर संतोष वर्मा की हत्या केवल 40 हजार रुपयों के लिए कर दी गई। हालांकि, क्रिमिनल्स ने मृतक के पास मौजूद गोल्ड ज्वेलरी को हाथ तक नहीं लगाया। इस लिहाज से पुलिस की यह दलील सीधे-सीधे गले नहीं उतरती। वैसे पुलिस का कहना है कि मामले में अभी कुछ तफ्तीश बाकि है। इसमें अभी और खुलासा होना है। थर्सडे को एसएसपी अमोल वी होमकर ने घटना को अंजाम देने वाले दो क्रिमिनल्स को मीडिया के सामने पेश किया। इस दौरान एसएसपी के अलावा रूरल एसपी शैलेंद्र सिन्हा, डीएसपी अमित कुमार, बीएन सिंह, जगदीश यादव, केएन चौधरी सहित अन्य प्रेजेंट थे।

एक आरोपी अब भी फरार
सरायकेला-खरसांवा डिस्ट्रिक्ट स्थित कपाली थाना एरिया के गौसनगर निवासी रफी अहमद उर्फ राजू व बाबू उर्फ  मो। बशीर को अरेस्ट किया गया है। इनका तीसरा साथी आजादनगर थाना एरिया स्थित बगानशाही रोड नंबर 9 निवासी मो। आरिफ अब भी फरार है। पुलिस के मुताबिक फरार मो। रफी की अरेस्टिंग के बाद मामले में और जानकारी मिल सकेगी।

आरिफ के कहने पर किया मर्डर
इस मामले में राजू ने पुलिस को बताया कि आरिफ के कहने पर उसने बाबू के साथ मिलकर संतोष वर्मा की हत्या की। उसने बताया कि     ज्वेलर संतोष कुमार वर्मा को 40 हजार रुपये में इंडिका दिलाने का लालच देकर आरिफ मानगो अलंकार ज्वेलर्स दुकान से 28 नवंबर की इवनिंग घटनास्थल पर लेकर आया था। वहां पहले से ही वे लोग मौजूद थे। वहां पहुंचने पर उन लोगों ने संतोष से 40 हजार रुपए छीन लिए। उनके बीच छिनाझपटी भी हुई। इस बीच राजू ने कंट्री मेड पिस्टल से संतोष पर फायरिंग कर दी लेकिन वह मिसफायर हो गया। इसके बाद वे लोग संतोष को पास स्थित झाड़ी के बगल में एक गड्ढे में ले गए और पत्थर से सिर पर वार कर उसकी हत्या कर दी।

मिला केवल 1-1 हजार
पकड़े गए दो क्रिमिनल्स का कहना है कि मो। आरिफ ने लूटे गए 40 हजार रुपए में से राजू और बाबू को केवल 1000-1000 रुपए देकर फरार हो गया। बाद में अरेस्ट हुए क्रिमिनल्स की निशानदेही पर पुलिस ने झाड़ी में छुपाकर रखे गए कंट्री मेड पिस्टल व मोबाइल का टूटा हुआ सिम रिकवर किया है। रफी अहमद एक मामले में पहले भी जेल भी जा चुका है।

अब भी उठ रहे सवाल
ये तो हुई पुलिस की कहानी, लेकिन यहां सवाल यह उठता है कि क्रिमिनल्स केवल 40 हजार रुपए लूटने के लिए संतोष वर्मा को बोड़ाम क्यों ले गए। अगर उनका उद्देश्य लूटना ही था, तो उन्होंने संतोष वर्मा की हाथ की अंगुलियों में मौजूद दो गोल्ड रिंग, गले में मौजूद गोल्ड चेन को क्यों छोड़ दिया? हत्याकांड में एक महिला का नाम भी सामने आ रहा है, लेकिन पुलिस इस मामले में कुछ भी कहने से क्यों बच रही है?

 

Report by : jamshedpur@inext.co.in