मर्डर रोकने के लिए लगाई जाएगी गांव में चौपाल
जिले में बढ़ रहे मर्डर के मामले को लेकर पुलिस ने बनाया प्लान
गांव में समझौता कराने के लिए एसपी डालेंगे डेरा
Meerut। जिले में क्राइम का ग्राफ दिन- प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। आंकड़ों के मुताबिक मर्डर के मामले नौ जिलों को पीछे छोड़ते हुए मेरठ सबसे आगे है। इस बाबत एसएसपी अखिलेश कुमार ने बताया कि ज्यादातर हत्याएं पुरानी रंजिश के तहत हुई हैं। रंजिशन हत्याओं को रोकने और सुलह समझौता कराने के लिए अब गांव में चौपाल लगाई जाएगी। ताकि लोगों के बीच रंजिश की खाई को पाटा जा सके।
3 महीने में 48 मर्डर
एसएसपी अखिलेश कुमार ने बताया कि आंकड़ों के मुताबिक जितने भी मर्डर हुए हैं। इनमें से ज्यादातर पुरानी रंजिश, अवैध संबंध के मामलों को लेकर ही हुए हैं, जिससे हत्याओं का आंकड़ा बढ़ा है। उन्होंने कहाकि पुरानी रंजिश के तहत लोग एक-दूसरे के खून के प्यासे हो रहे है। बीते 15 दिन में जितने भी मर्डर हुए हैं, वह पुरानी रंजिश को लेकर हुए हैं। किसी ने थप्पड़ का बदला लेने के लिए मर्डर किया है तो किसी ने अपने भाई के खून का बदला लेने के लिए मर्डर किया है। कोई अवैध संबंध में बाधा बनने पर खून बहा रहा है।
चौपाल से रंजिश रुकेगी
एसएसपी अखिलेश कुमार ने बताया कि नई पहल में हर हफ्ते हर गांव में एक चौपाल का आयोजन होगा। इसमें एसपी, सीओ, इंस्पेक्टर, ग्राम प्रधान समेत गणमान्य लोग मौजूद रहेंगे। इसमें जो भी पुराने मुकदमे चल रहे हैं, उसे भी समझौता कराने के प्रयास किया जाएगा, जिससे क्राइम का ग्राफ कम हो सके।
बनाई जा रही लिस्ट
गांव में चौपाल लगाने के लिए जिले के ऐसे गांवों की लिस्ट तैयार की जा रही है जहां पर गैंगवार के चलते खून-खराबा होता आ रहा है।