-तस्लीम मर्डर केस का पुलिस ने किया खुलासा, चार अरेस्ट

--Spot पर मिले एक स्लीपर से पकड़ा गया कातिल

-जीतेन्द्र निकला कातिल, उसके खिलाफ नहीं हुई थी FIR

ALLAHABAD: कहते हैं अपराधी कितना भी शातिर क्यों न हो जाए लेकिन वारदात को अंजाम देने के बाद वह कोई ना कोई क्लू स्पॉट पर छोड़ ही जाता है। बस उसे ट्रेस करने की जरूरत होती है। तस्लीम मर्डर केस में पुलिस को स्पॉट पर एक पैर का स्लीपर मिला था। उसी की मदद से पुलिस ने थर्सडे को मर्डर केस का खुलासा कर दिया। चार बदमाशों को अरेस्ट कर जेल भेज दिया। खास बात यह रही कि पुलिस ने नामजद रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई नहीं की बल्कि क्लू के आधार पर कातिलों को पकड़ा।

चप्पल सनी का था

तस्लीम की हत्या के बाद से उसके पिता ने सनी, मुकेश, राजा, सौरभ और वसीम के खिलाफ मर्डर का मामला दर्ज कराया था। पुलिस ने एक के बाद एक करके आरोपियों को पकड़ा। लेकिन पूछताछ के दौरान पुलिस को ऐसा कोई क्लू हाथ नहीं लगा जिससे यह साफ हो सके कि पकड़े गए आरोपियों ने ही उसका मर्डर किया है। जांच के दौरान पुलिस ने फोरेंसिक एक्सपर्ट की मदद ली थी। स्पॉट पर कातिल का एक पांव का स्लीपर मिला था। पुलिस उसी की मदद से आरोपियों को ट्रेस करने में जुटी रही। लास्ट में पुलिस ने सनी को ट्रेस किया। जांच के क्लीयर हो गया कि सनी का ही चप्पल था।

जीतेन्द्र निकला मास्टर माइंड

अब पुलिस के पास एक आरोपी ट्रेस हो गया। लेकिन शातिर सनी उर्फ शान मोहम्मद इतनी आसानी से पुलिस को मर्डर के बारे में नहीं बता रहा था। क्योंकि उसे पता था कि अगर उसने सच बोला तो मर्डर केस में फंस जाएगा। पुलिस ने जब सनी से कड़ाई से पूछताछ शुरू की तो वह राज खोलता चला गया। इसके बाद पुलिस ने जीतेन्द्र सोनकर, शिवा और सौरभ को अरेस्ट किया। पुलिस ने बताया कि जीतेन्द्र ही मर्डर केस का मास्टर माइंड है।

लड़की और जुआ

शिवकुटी एसओ ने बताया कि एक लड़की को लेकर तस्लीम और जीतेन्द्र में लड़ाई हो चुकी थी। वारदात से एक दिन पहले ही जुआ खेलने के दौरान जीतेन्द्र और तस्लीम के बीच मारपीट हुई। जीतेन्द्र ने अपने साथी सनी, सौरभ, शिवा और याकूब को बुलाया। उन्हें बताया था कि तस्लीम को सबक सिखाना है, उसे मारने की प्लानिंग नहीं थी। क्9 जून के तस्लीम को बुला कर ले गए और उसे मारने लगे। इस दौरान जीतेन्द्र ने चाकू से तस्लीम का गर्दन काट दिया जिससे उसकी मौत हो गई। मर्डर के बाद सबको जीतेन्द्र ने धमकी दी थी कि अगर किसी ने राज खोला तो सब फंस जाएंगे। वारदात को अंजाम देने के बाद खुद जीतेन्द्र रीवां भाग गया था।

कहीं माइनर तो नहीं

पुलिस ने तस्लीम मर्डर केस में चार आरोपियों को अरेस्ट कर जेल भेज दिया। सिर्फ याकूब लाला वांटेड है। जेल भेजे गए आरोपी तस्लीम के साथ ही खेलते थे और एक ही मोहल्ले के रहने वाले हैं। कोई सब्जी बेचता है तो कोई विक्रम पर खलासी का काम करता है। आरोपियों के घर वालों का कहना है कि सभी लड़के माइनर हैं। जबकि एसओ शिवकुटी उदयवीर सिंह ने बताया कि सभी आरोपी बालिग हैं। अगर वे माइनर हैं तो उनके फैमिली मेम्बर्स कोर्ट ने बर्थ सर्टिफिकेट पेश करें। फिर कोर्ट आगे की कार्रवाई करेगी।

क्9 जून को मिली थी बॉडी

शिवकुटी एरिया के रहने वाले तस्लीम की बॉडी क्9 जून की सुबह रसूलाबाद घाट के पास मिली थी। उसे चाकुओं से मारा गया था। गर्दन रेत डाला था। पुलिस ने तस्लीम के घर वालों को बुलाया तो उसकी मां ने पहचान की थी। उन्होंने पुलिस को बताया था कि क्8 जून की शाम से तस्लीम लापता था। मौके पर पहुंची फोरेंसिक एक्सपर्ट ने स्पॉट पर एक स्लीपर बरामद किया था जो कातिल का था। उसी आधार पर केस की जांच आगे शुरू हुई थी।