-व्यापारी दिनेश गुप्ता की हत्या का आरोपी है शातिर मनीष यादव और मनोज यादव

-शुक्रवार सुबह हुए भुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार, दोनों के पैर में लगी गोली

- दोनों भाइयों का पुलिस कस्टडी में बीआरडी मेडिकल कॉलेज में चल रहा है इलाज

GORAKHPUR: नई बाजार के व्यवसायी दिनेश गुप्ता की दुस्साहसिक तरीके से हत्या के आरोपी 50 हजार के इनामी चचेरे भाइयों को पुलिस ने शुक्रवार सुबह रामनगर कड़जहा के पास हुए मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया। एनकाउंटर में दोनों के पैर में गोली लगी है। उनकी फायरिंग से दो दारोगाओं को भी चोट आई है। दोनों भाइयों को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। उनके ठीक होने के बाद व्यवसायी की हत्या के बारे में पुलिस पूछताछ करेगी।

फायरिंग कर भाग रहे थे बदमाश

एसपी नार्थ गणेश साहा ने बताया कि सुबह तीन बजे बाइक सवार दो बदमाशों ने राघोपट्टी पड़री गांव के प्रधान अजय यादव, मंटू यादव के घर पर चढ़कर फायरिंग की थी। प्रधान ने 100 नंबर पर इसकी सूचना दी। इसके बाद पीआरवी मौके पर पहुंची तो दोनों बदमाश पुलिस पर फायरिंग करते हुए बाइक से भागने लगे। पीआरवी जवानों ने पुलिस अफसरों को सूचना दी। एसएसपी के निर्देश पर क्राइम ब्रांच की स्वाट टीम, खोराबार, चौरीचौरा और झंगहा पुलिस ने उनके (एसपी नार्थ), एसपी सिटी व एसपी साउथ के नेतृत्व में रामनगर-कड़जहा फोरलेन के पास बाइक सवारों को घेर लिया।

दो दरोगा भी हुए घायल

एसपी नार्थ गणेश साहा ने बताया कि दोनों ने पुलिस पर फायरिंग की। इसमें एसओ खोराबार सुधीर सिंह और पूर्व झंगहा एसओ सुनील सिंह को हल्की चोट आई। जवाबी फायरिंग में दोनों बदमाश घायल हो गए। उनके पैर में गोली लगी। वे बाइक सहित वहीं गिर गए और भाग नहीं पाए। पुलिस ने घेराबंदी कर उन्हें दबोच लिया। पूछताछ में उनकी पहचान राघोपट्टी पड़री गांव के मनीष और मनोज यादव के रूप में हुई। दोनों चचेरे भाई हैं। पुलिस ने दोनों के पास से असलहा और लूट की एक बाइक बरामद की है।

हार्डवेयर व्यापारी की हत्या में नामजद

आरोप है कि 28 जनवरी को नई बाजार के हार्डवेयर व्यवसायी दिनेश गुप्ता की दुकान में घुसकर मनीष और मनोज ने ताबड़तोड़ गोली मारकर छलनी कर दिया था। मेडिकल कॉलेज ले जाते समय दिनेश की रास्ते में मौत हो गई थी। सनसनीखेज वारदात के बाद पूरे बाजार में गुस्सा था। दुकानें बंद कर लोगों ने सड़क जाम किया था। बदमाशों ने हत्या के बाद एक युवक की बाइक भी लूटी थी। उसी से फरार हुए थे। सीसीटीवी कैमरे में उनकी तस्वीर कैद हो गई थी। इसके बाद एसएसपी ने उनके ऊपर 15 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था। बाद में डीआईजी ने 50 हजार का इनाम घोषित कर दिया था।

प्रधान ने नहीं दी रंगदारी तो की फायरिंग

मनीष यादव ने पिछले साल सितंबर महीने में अपने गांव के ही प्रधान अजय यादव उर्फ मंटू यादव से पांच लाख रुपए की रंगदारी मांगी थी। पुलिस ने उसे जब गिरफ्तार किया तब वह नाबालिग था। जमानत पर छूट कर बाहर आया और मनबढ़ई शुरू कर दिया। उसने अपने चचेरे भाई मनोज के साथ मिलकर व्यवसायी दिनेश की हत्या की थी। आरोप है कि मनीष ने दिनेश से रंगदारी भी मांगी थी। मना करने पर उनकी हत्या कर दी। हालांकि यह भी कहा जा रहा है कि जमीन विवाद को हल कराने के लिए दिनेश का जिससे जमीनी विवाद था उसने मनीष को पैसा दिया था।

संदीप की जगह मनोज यादव बनेगा अभियुक्त

दिनेश के भाई दीनबंधु गुप्ता ने जमीन विवाद में हत्या की बात कहते हुए चार लोगों पर एफआईआर कराई थी। जिसमें दो को तो पुलिस न्ै घटना के दिन ही पकड़ लिया था जबकि दो मनीष और उसका भाई फरार थे। उन्होंने चारों पर केस दर्ज कराया था। पुलिस ने मनीष के भाई का नाम संदीप यादव के रूप में दर्ज किया था जबकि गिरफ्तारी के बाद पता चला कि वह मनोज यादव है। पुलिस अब संदीप की जगह मनोज यादव कर इस गलती को सुधारेगी। बताया जा रहा है कि मनीष पर छह तो मनोज पर पांच मुकदमें पहले से दर्ज हैं।