बुनकर बिरादारी ने कारोबार बंद रख कर अदा की अगहनी जुमे की नमाज

मुल्क की तरक्की व कारोबार के लिए हुई दुआएं

VARANASI

पुरानापुल पुलकोहना स्थित ईदगाह में शुक्रवार को बुनकर बिरादराना तंजीम बाईसी के सरदार हाजी निजामुद्दीन के संयोजन में अगहनी जुमे की नमाज अदा हुई। अपना कारोबार बंद कर शहर भर के हजारों बुनकर नमाज अदा करने के लिए जमा हुए। तकरीर में मौलाना नूरुल हसन ने कहा कि मुसलमानों को नबी (स.) की सीरत पर अमल करना चाहिए। खुदा पर भरोसा रखते हुए मौजूदा हालात का सामना मिलजुल कर करे। नमाज के बाद मुल्क में अमनो-आमान, तरक्की व खुशहाली के साथ ही नोटबंदी के कारण उपजे भयावह हालात से निजात व कारोबार के दोबारा शुरू होने के लिए दुआएं मांगी गई। नमाज मौलाना नूरुल हसन ने अदा कराई। अगहनी जुमे की ये परंपरा सिर्फ बनारस में ही है। इस महीने में एक ओर जहां किसान भाई फसलों की बुआई करते हैं, वहीं इस दिन बुनकर भाई अपना कारोबार बंद कर किसान व मुल्क के साथ-साथ खुद के कारोबार में बरकत के लिए दुआएं मांगते हैं। बुनकर बिरादराना तंजीम बावनी के सरदार हाजी मुख्तार महतो, बारहों के सरदार हाशिम, चौदहों के सरदार हैदर महतो, हाजी कलाम तौलिया, पूर्व विधायक हाजी समद अंसारी, हाजी ओकास अंसारी, पार्षद गुलशन अली, डा। इम्तियाजुद्दीन, सरदार मतीउर्रहमान आदि सहित हजारों बुनकरों ने नमाज अदा की।

इसी क्रम में मस्जिद चौकाघाट में भी बुनकर बिरादराना तंजीम बाईसी के सरदार इकरामुद्दीन के संयोजन में हजारों बुनकरों ने अगहनी जुमे की नमाज अदा की। नमाज से पूर्व तकरीर करते हुए मौलाना अब्दुल बासित मजाहिरी ने दीन की अहमियत पर रोशनी डाली। नमाज मौलाना अल्ताफुर्रहमान ने अदा कराई।