एनसीजेडसीसी में केएल सहगल से लेकर श्रेया घोषाल तक के गानों की हुई प्रस्तुति

ALLAHABAD: म्यूजिकल थेरेपी अच्छे स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी है। शायद यही कारण है कि डाक्टर्स इसे अपने जीवन में आजमाते हैं। खासतौर से बालीवुड के पुराने सदाबहार नगमों से वे बेहद प्रभावित हैं। शुक्रवार को मीरा शांगलू होम्योपैथिक रिसर्च सेंटर एवं श्रीमति मीरा शांगलू मेमोरियल संस्था की ओर एनसीजेडसीसी में आयोजित प्रोग्राम में इसकी झलक देखने को मिली। यहां केएल सहगल से लेकर श्रेया घोषाल तक के गानों को डाक्टर्स ने अपने अंदाज में प्रस्तुत किया।

तुमसे अच्छा कौन है

बालीवुड के गानों पर आधारित संगीत संध्या की शुरुआत जस्टिस अमित स्थेलकर एवं मीरा स्थेलकर की प्रस्तुति से हुई। इसके बाद होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ। जीके शांगलू ने गणेश वंदन से संगीत संध्या का आगाज किया। इसके बाद सिंगर्स ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुति दी। डा। एसपी मिश्रा के गाने तुमसे अच्छा कौन है, दिल लो जिगर लो जान को लोगों ने खूब पसंद किया। डॉ। सुबोध जैन के गाने मुसाफिर हूं यारों, न घर है ना ठिकाना, स्मृति शांगलू चलो तुमको लेकर चलें, डॉ। जीके शांगलू वक्त करता है वफा, पुष्पा व डॉ। शुक्ला के गीत ये प्यार का नगमा है, मौजों की रवानी है, डॉ। जीके शांगलू की सुहानी रात ढल चुकी गानों की प्रस्तुति ने लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया। अतिथियों का स्वागत आरके शांगलू, डॉ। आरसी अग्रवाल, डॉ। शरद शांगलू आदि ने किया।