- एजुकेशन सिस्टम में सुधार के लिए एबीवीपी का जारी रहेगा आंदोलन

- बिहार बंद को लेकर एग्जाम की डेट में किया गया बदलाव

PATNA : एबीवीपी के राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य पप्पू वर्मा ने आरोप लगाया कि सरकार स्टेट में बदहाल एजुकेशन सिस्टम पर अपना चेहरा बचाने के लिए स्टूडेंट्स के आंदोलन को प्रशासन के खिलाफ बताकर खत्म करना चाहती है। स्टेट में एजुकेशन सिस्टम बर्बाद हो चुका है, इसे सुधारने के लिए एबीवीपी अपनी लड़ाई जारी रखेगी। उन्होने कहा कि एजुकेशन सिस्टम में सुधार किए बिना स्टेट का विकास संभव नहीं है।

कार्यकताओं को बाहर निकालने की तैयारी

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सभी बड़े नेता, आंदोलन के दौरान जेल गये कार्यकर्ता को प्राथमिकता के तौर पर जेल से निकालने के लिए लगातार बैठक कर रहे है। एबीवीपी नेताओं के सामने सबसे बड़ी चुनौती है कि जेल भेजे गये कार्यकर्ताओं पर सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने, प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मारपीट सहित कई गंभीर आरोप लगाया गया है।

अपराधियों की नजर से देख रही पुलिस

एवबीवीपी के एक कार्यकर्ता ने बताया कि पटना पुलिस आगे के आंदोलन पर नजर रखने के कई स्तर पर काम करी है। उन्होने बताया कि पुलिस हमारे कई नेताओं के मोबाइल को सर्विलेंस पर रखी है। एबीवीपी के नेताओं को पुलिस अपराधियों की नजर से देख रही है।

फ्0 मार्च की परीक्षा अब क्0 को

फ्0 मार्च को होने वाली मगध यूनिवर्सिटी की पीजी की परीक्षा अब क्0 अप्रैल को ली जाएगी। ब्रांच ऑफिस के पदाधिकारी डॉ मनोज कुमार ने बताया कि एबीवीपी के बिहार बंद को लेकर एग्जाम के डेट में बदलाव किया गया है। शेष सभी एग्जाम टाइम से होगा।

मशाल जुलूस आज, बिहार बंद कल

एबीवीपी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य पप्पू वर्मा ने बताया कि रविवार को मशाल जुलूस निकाला जाएगा। वहीं सोमवार को बिहार बंद को प्रभावी बनाने के लिए व्यापक जनसंपर्क अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि हमारी ओर से बिहार बंद शांतिपूर्ण रहेगा।

बैठकों का दौर जारी

एबीवीपी के पुलिस-लाठीचार्ज के बहाने संगठन को एकजुट व आंदोलन को आगे बढ़ाने के लिए पॉलिसी तैयार कर रहे हैं। पटना में अलग-अलग स्तर पर संगठन की ओर से गुप्त बैठकों का दौर जारी है।